बसपा ने पूरा नहीं किया डॉ अंबेडकर का मिशन, इसलिए लोग छोड़ रहे BSP का साथ : केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने संविधान निर्माता के जन्मस्थान को अंबेडकरनगर घोषित किया। अमेरिका ने डॉ आंबेडकर को 20 वीं शताब्दी का सिंबल ऑफ नॉलेज घोषित किया था। जिनके पास आवास शौचालय गैस सिलेंडर नहीं था उनको आवास शौचालय गैस सिलेंडर दिया गया। मुफ्त इलाज की सुविधा की गई। यह डॉ आंबेडकर के मिशन के पूरी होने की दिशा में पहल है। आर्थिक विषमता की खाई को खत्म करने का हर संभव प्रयास पीएम मोदी कर रहे हैं। जाति विहीन समाज तब तक नहीं बन सकता जब तक कोई व्यक्ति अपने नाम के साथ जाति का इस्तेमाल करना बंद नहीं करता।

केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर (Kaushal Kishor) ने दिल्ली में प्रेस वार्ता में कहा कि कुछ लोगो ने डॉ आंबेडकर (Dr. Ambedkar) के मिशन को दूसरी तरफ मोड़ दिया और उनके मिशन को छोटा कर दिया। पहले जिनके पास अंबेडकर मिशन की जिम्मेदारी जिनके पास थी उन्होंने डॉ अंबेडकर के मिशन को पूरा नहीं किया। डॉ आंबेडकर का मिशन जातिविहीन शोषण विहीन समाज का गठन करना था।

केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने कहा कि यूपी में चार बार BSP की सरकार बनी लेकिन BSP में डॉ आंबेडकर के मिशन को पूरा नहीं किया। आज जो वर्ग BSP के साथ था वह अब BSP का साथ छोड़ रहा है। 2007 में पूर्ण बहुमत की सरकार BSP को मिली थी लेकिन 22 में एक विधायक पर सिमट गई। BSP का साथ इस लिए लोग छोड़ रहे है क्योंकि वह डॉ आंबेडकर के मिशन को पूरा नहीं कर पाई। अंबेडकर के मानने वालों का विश्वास BSP से टूट चुका है।

13 अप्रैल को लखनऊ के गांधी भवन में डॉ आंबेडकर की विचारधारा को लेकर के कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसमें 2000 प्रतिष्ठत लोग शामिल होंगे। इसमें संघ और केन्द्र के मंत्री भी शामिल होंगे। कार्यक्रम का शीर्षक ‘डॉ आंबेडकर का मिशन पूरा करने में BJP और RSS की भूमिका’ है। कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोग 200 रुपये शुल्क जमा करके कार्यक्रम में आएंगे। इसमें प्रत्येक जिले से दो-दो लोगों को बुलाया जाएगा जो डॉ भीमराव अंबेडकर के मिशन को पूरा करने में लगे हुए हैं। यह एक राष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन होगा। इसमें एक पदयात्रा का भी आयोजन भाजपा की तरफ से कराया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने संविधान निर्माता के जन्मस्थान को अंबेडकरनगर घोषित किया। अमेरिका ने डॉ आंबेडकर को 20 वीं शताब्दी का सिंबल ऑफ नॉलेज घोषित किया था। जिनके पास आवास शौचालय गैस सिलेंडर नहीं था उनको आवास शौचालय गैस सिलेंडर दिया गया। मुफ्त इलाज की सुविधा की गई।

यह डॉ आंबेडकर के मिशन के पूरी होने की दिशा में पहल है। आर्थिक विषमता की खाई को खत्म करने का हर संभव प्रयास पीएम मोदी कर रहे हैं। जाति विहीन समाज तब तक नहीं बन सकता जब तक कोई व्यक्ति अपने नाम के साथ जाति का इस्तेमाल करना बंद नहीं करता।

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