कोरोना से मौत पर WHO के आंकड़े को BJP ने बताया गलत, कहा- डब्ल्यूएचओ कोविड डेटा प्रामाणिक नहीं

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी किए गए कोविड -19 मौतों की भारतीय संख्या का खंडन करते हुए, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि डब्ल्यूएचओ द्वारा महामारी पर डेटा 'गलत' था क्योंकि यह सत्यापित स्रोतों से एकत्र नहीं किया गया था। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां एक प्रेस कॉनप्रेंसमें कहा, कि "डब्ल्यूएचओ कोविड डेटा प्रामाणिक नहीं है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी किए गए कोविड -19 मौतों की भारतीय संख्या का खंडन करते हुए, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि डब्ल्यूएचओ द्वारा महामारी पर डेटा ‘गलत’ था क्योंकि यह सत्यापित स्रोतों से एकत्र नहीं किया गया था। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां एक प्रेस कॉनप्रेंसमें कहा, कि “डब्ल्यूएचओ कोविड डेटा प्रामाणिक नहीं है।

बता दे कि डब्ल्यूएचओ ने दावा किया था कि भारत में 2020 से 2021 के बीच 47 लाख मौतें हुई थी। वही भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने डब्ल्यूएचओ मॉड्यूल की खिंचाई करते हुए कहा: “डब्ल्यूएचओ द्वारा पूरी प्रक्रिया में इस्तेमाल किए गए तरीके गलत हैं। डेटा की सोर्सिंग में अशुद्धि थी।

उन्होंने आगे कहा कि  किन मानदंड के आधार पर भारत को टियर-2 देश में रखा गया है, ये भी सटीक रूप से पता नहीं चलता। काल्पनिक तरीके से डेटा का मंथन करना, भारत को टियर-2 देशों में रखना, इन सब विषयों पर भारत ने समय-समय पर WHO से वार्तालाप किया है। पूरा विश्व मानता है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने जिस प्रकार कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी वो पूरे विश्व के लिए मिसाल थी। पर ऐसे में मृत्यु के आंकड़ों पर राजनीति करना बहुत दुखद है। जबकि विकसित देशों से भी बेहतर तरीके से भारत ने ये युद्ध लड़ा है।

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