
रक्षा मंत्रालय द्वारा भारतीय सेना से जुड़ने के लिए प्रस्तावित विशेष योजना अग्निपथ को लेकर देशभर के युवाओं में उबाल है. इस परियोजना के कई प्रावधानों को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में युवाओं ने जमकर नारेबाजी की और हिंसक विरोध प्रदर्शन किए. अब अग्निपथ योजना के विरोध में आज भारत बंद का एलान किया गया है.
भारत बंद के चलते देश में कई जगह भारी जाम लग गया है. जिसके कारण आम जनजीवन को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जिसके चलते गुरुग्राम-दिल्ली बॉर्डर पर भी भीषण जाम लग गया है. दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर सरहौल बॉर्डर पर ये जाम लगा है. वही, रांची-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को रोक कर विरोध दर्ज कराया है. गुरुग्राम से दिल्ली की तरफ भारी वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है. गुरुग्राम में प्रदर्शन पर धारा 144 लगी हुई है. गुरुग्राम में चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है.
बता दें, दिल्ली के इन इलाको में लगा है भारी जाम गोल मेथी जंक्शन,तुगलक रोड जंक्शन इलाके में जाम लगा है। वही, सुनहरी मस्जिद,मौलाना आजाद रोड इलाके में जाम है। इन इलाकों में ट्रैफिक को लेकर पुलिस की एडवाइजरी जारी की गई है।
वही, दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर भी भयंकर जाम लगा है। दिल्ली आने वाली गाड़ियों की चेकिंग हो रही है। चेकिंग के चलते दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर भारी जाम देखने को मिल रहा है। दिल्ली पुलिस एक-एक गाड़ी की चेकिंग कर रही है। DND पर वाहनों की चेकिंग हो रही है। चेकिंग की वजह से DND पर भीषण जाम लगा है। भारत बन्द के अलर्ट को लेकर चेकिंग चल रही है।
इस योजना के तहत 17 साल 6 महीने से लेकर 21 साल तक के युवाओं को चार सालों के लिए सेना में बतौर अग्निवीर भर्ती किया जाएगा. इनमें से 75 प्रतिशत युवाओं को चार साल बाद अनिवार्य रूप से रिटायर कर दिया जाएगा, जबकि शेष 25 फीसद युवा ही स्थाई रूप से सशस्त्र बालों में अपनी सेवाएं दे सकेंगे वो भी ज्यादातर मामलों में बिना ग्रेच्युटी और पेंशन लाभ के.
सेना में भर्ती को लेकर इस नई योजना से देश भर में सशस्त्र बलों के उम्मीदवार आंदोलनरत हैं. युवाओं के आंदोलन को लेकर राजनीती भी खूब हो रही है. जिसमें राहुल गांधी से लेकर अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल जैसे विपक्षी नेता लगातार बयान दे रहे हैं. हालांकि, सरकार ने अग्निपथ योजना का बचाव करते हुए कहा है कि इसे दो साल से अधिक समय से कार्यरत सशस्त्र बलों के अधिकारियों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के बाद पेश किया गया था.









