
शिव भक्तों के स्वागत के लिए उन पर पुष्प वर्षा करवाई गई। इस दौरान नारसन से हरिद्वार में हर की पैड़ी तक हेलीकॉप्टर के जरिये शिव भक्तों पर ऊपर फूल डाले गये। हेलीकॉप्टर जैसे ही हर की पैड़ी पर पहुंचा वैसे ही पॉलीथिन का एक बड़ा टुकड़ा हेलीकॉप्टर की पंखुड़ियों के पास जा पहुंचा। गनीमत ये है कि प्लास्टिक का टुकड़ा हेलीकॉप्टर की पंखुड़ियों से नहीं टकराया, यदि ऐसा होता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
हर की पैड़ी पर जब हेलीकॉप्टर पुष्प वर्षा कर रहा था, उस वक्त नीचे लाखों की तादाद में शिव भक्त मौजूद थे। उसी बीच एक बड़ा पॉलीथिन का टुकड़ा हेलीकॉप्टर की पंखुड़ियों के पास तक जा पहुंचा। ऐसी घटनाओं से पहले भी कई बड़े हादसे हो चुके हैं, लेकिन इस बात का किसी ने ध्यान नहीं दिया कि एक हाइट तक ही चॉपर को रखा जाए। जब पॉलीथिन हेलीकॉप्टर की पंखुड़ियों के पास पहुंची तब वह काफी नीचे उड़ रहा था। कांवड़ियों के स्वागत के बीच ये एक एक गलती शिव भक्तों की जान पर भारी पड़ सकती थी, अच्छा रहा कि इस दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
इस एक घटना ने हर की पैड़ी में सफाई व्यवस्था की पोल भी खोल दी है. पॉलीथिन उड़ने से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांवड़ मेले के दौरान भी हर की पैड़ी पर पॉलीथिन के साथ ही दूसरी सामग्री जमीन पर यहां वहां पड़ी हुई है, जो जमीन के साथ आसमान में उड़ रहे है।









