
आज उत्तर प्रदेश में विधानसभा सत्र का पहला दिन हैं। जहां एक तरह विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महान जी ने कहा हैं कि आज के दिन सिर्फ महिलाओं को प्राथमिकता से बोलने दिया जायेगा। वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पैदल मार्च निकाल रहे हैं। अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय से पैदल मार्च की शुरुआत की थी। जिसके बाद पुलिस अधिकारीयों ने उन्हें विधानसभा पहुँचने से पहले ही रोक दिया। जिसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव यादव रोड पर ही धरने पर बैठ गए हैं। उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, कई वर्तमान विधायक , पूर्व विधायक और कार्यकर्त्ता भी मौजूद हैं।
अखिलेश यादव आज उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर घेरने का प्रयास कर रही हैं। अगर राजनितिक पटल की ओर से देखा जाये तो कहीं न कहीं ये सारा कुछ 2024 लोकसभा चुनाव को निशाना बनाते हुए किया जा रहा हैं। राजनितिक विश्लेषज्ञों के मुताबिक अखिलेश यादव 2024 चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करना चाहते हैं। विभिन्न राज्यों में पक्ष की सभी बड़ी पार्टियां इसी तरह से भारतीय जनता पार्टी को घेरने का प्रयास कर रही हैं।
आज भी प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हैं। प्रशासन का कहना हैं कि अखिलेश यादव को रोकने कि बजह मात्र इतनी हैं कि किसी प्रकार की माना जाये कि किसी भी तरह का यदि माहौल बिगड़ने का प्रयास किया जायेगा तो योगी सरकार का सख्त आदेश हैं की उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही अखिलेश यादव ने विधानभवन के बाहर बेरोजगार, किसान हितों, महंगाई व पेंशन को लेकर धरना प्रदर्शन करने को थे। लेकिन उस दिन बारिश के चलते प्रदर्शन अधिक प्रभावी नहीं रहा। कई विधायकों और नेताओं को पुलिस के द्वारा उठाकर उनके घर में नजर बंद भी कर दिया गया था।









