
शुक्रवार को राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 81वें अधिवेशन का शुभारंभ हुआ. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. कार्यक्रम में देश-विदेश के करीब 1500 प्रतिनिधि शामिल हुए.
इस अवसर अपने संबोधन के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य लोक निर्माण ने बेहतरीन आयोजन किया है. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार और विशेष तौर पर PWD विभाग को बहुत-बहुत धन्यवाद. उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि तीन दिन के इस कार्यक्रम में आप सब काफी विचार मंथन करने वाले हैं. इससे जो अमृत निकलेगा वह निश्चित रूप से देश के लिए बहुत उपयोगी होगा.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत विश्व की सबसे तेज बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है. हमारे प्रधानमंत्री का सपना भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का है और इस लक्ष्य के लिए आत्मनिर्भर भारत को एक अभियान की तरह बढ़ावा दिया जा रहा है. इसी वजह से हमें हर कीमत पर देश में बिजली, पानी, सड़क के बेहतरीन बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है.
उन्होंने कहा कि बिना बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर के हमारे पास उद्योग नहीं होंगे, अगर उद्योग नहीं होंगे तो पूंजी निवेश नहीं होगा और बिना पूंजी निवेश के रोजगार सृजन की क्षमता नहीं होगी और बिना रोजगार हम गरीबी उन्मूलन नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि सड़क का बुनयादी ढांचा देश के विकास के लिए बहुत जरुरी है. उन्होंने कहा कि चूंकि आप सब सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े हुए हैं इसलिए, मैं आप सबको “विश्वकर्मा” नाम से संबोधित करता हूं.
उन्होंने अपने संबोधन के दौरान आगे कहा कि हमारे इतिहास में विश्वकर्मा को आप सब जैसा ही इंजीनियर माना जाता है. आप सब देश के लिए हर एक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करते हैं इसलिए आप भी विश्वकर्मा की भूमिका निभा रहे हैं और इसलिए आप सबकी भूमिका भी बहुत अहम हो जाती है. इसके लिए मैं आप सबका धन्यवाद करता हूं.
उन्होंने देश विदेश से आये डेलीगेट्स को संबोधित करते हुए आगे कहा कि आप सबको परियोजनाओं को कागजी कार्रवाइयों को इतर तकनीकीपरक और उच्च गुणवत्ता के साथ कम समय में धरातल पर उतारने में दक्षता प्राप्त है. उन्होंने कहा कि मैं हमेशा लोगों से कहता हूं कि नवाचार, उद्यमिता, विज्ञान, तकनिकी, शोध, कौशल और सफल अभ्यास को हम ज्ञान का नाम देतें है और ज्ञान का अर्थ में परिवर्तन देश के भविष्य का निर्माण करता है. और यह तथ्य है.
उन्होंने कहा कि आज भारत के सॉफ्टवेयर इंजीनियर दुनिया भर में इतनी प्रतिष्ठा है कि एक बार जापान के प्रधानमंत्री ने मुझसे पूछा था कि आपके यहां के इंजिनीयर्स इतने दक्ष कैसे होते हैं? मैंने कहा कि ये मैं आपको कैसे बता सकता हूं. नितिन गडकरी ने आगे कहा कि अगर दुनिया भर में किसी देश के पास सर्वाधिक संख्या में प्रशिक्षित और युवा इंजिनीयर्स हैं तो वह भारत है. यही वजह है कि आप लोगों से सरकारों को अधिक अपेक्षा रहती है.









