CM योगी ने देखा आंशिक सूर्यग्रहण, नक्षत्रशाला पहुंच कर खगोलीय घटना के बने साक्षी…

वास्तव में सूर्य ग्रहण एक सामान्य सी खगोलीय घटना है, हालांकि मान्यताओं के हिसाब से भारत में लोग इसे धार्मिक नजरिये से भी देखते हैं. जब सूर्य व पृथ्वी के बीच में चन्द्रमा आ जाता है तो चन्द्रमा के पीछे सूर्य का बिम्ब कुछ समय के लिए ढक जाता है, इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को गोरखपुर स्थित नक्षत्रशाला पहुंचे. यहां से उन्होंने ग्लास लगाकर आंशिक सूर्य ग्रहण देखा. सीएम योगी ने इस दौरान खगोलीय दूरबीन के जरिए भी आंशिक सूर्य ग्रहण का अवलोकन किया और इस बारे में वहां मौजूद वैज्ञानिकों से जानकारी भी ली.

मंगलवार को आंशिक सूर्यग्रहण देश के कई हिस्सों में दिखाई दिया. शाम साढ़े चार बजे के आस-पास जब सूर्य की सतह पर चन्द्रमा की काली छाया पड़ने लगी तब से सूर्य ग्रहण प्रारंभ हुआ. इस बीच सूर्य ग्रहण देखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में स्थित प्लानटोरियम पहुंचें और विशेष ग्लास लगाकर आंशिक सूर्य ग्रहण देखा.

वास्तव में सूर्य ग्रहण एक सामान्य सी खगोलीय घटना है, हालांकि मान्यताओं के हिसाब से भारत में लोग इसे धार्मिक नजरिये से भी देखते हैं. जब सूर्य व पृथ्वी के बीच में चन्द्रमा आ जाता है तो चन्द्रमा के पीछे सूर्य का बिम्ब कुछ समय के लिए ढक जाता है, इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है. इस खगोलीय घटना के दौरान सूर्य चन्द्रमा और धरती एक सीधी रेखा में होते हैं.

ग्रहण काल में भोजन अशुद्ध हो जाता है. इस कारण ग्रहण के समय भोजन नहीं करना चाहिए ऐसा करने से आप अनेक प्रकार के रोगों से ग्रसित हो सकते है. ग्रहण या सूतक से पहले ही यदि सभी खाने वाले पदार्थ यथा दूध ,दही ,चटनी ,आचार आदि में कुश रख देते है. तो यह भोजन दूषित नहीं होता है और आप पुनः इसको उपयोग में ला सकते है.

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