Baghpat: समझौते का दबाव बनाने के लिए मारी गोली, जेल में रची गई साजिश, हिस्ट्रीशीटर बदमाश समेत दो गिरफ्तार

रिपोर्ट- विपिन सोलंकी, संवाददाता बागपत

बागपत: सिंघावली अहीर थाना पुलिस के हाथ आज एक बड़ी सफलता लगी है, जहां पुलिस ने तीन माह पूर्व हुए एक व्यक्ति पर हुए जानलेवा हमले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है और पीड़ितों ने ही अपने विपक्षीयो पत्रकार व उसके परिजनों को फंसने के लिए पूरी साजिश की थी, क्योंकि डबल मर्डर के मामले में जेल में बंद आरोपियों द्वारा पीड़ित पक्ष पर समझौता करने के लिए दबाव बनाकर जेल से छूटने कि साजिश रची जा रही थी, फिलहाल पुलिस ने एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश समेत दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और पुलिस फरार दो आरोपियों की तलाश में जुटी है।

हिस्ट्रीशीटर निखिल समेत षड्यंत्र करता आरोपी सोहनवीर गिरफ्तार

दरअसल आपको बता दें कि मामला सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र का है जहां 20 जुलाई को पुलिस को सुचना मिली थी कि खिंड़ौदा गांव में अज्ञात बदमाशों ने दीपक नाम के व्यक्ति पर जानलेवा हमला करते हुए गोली मार दी थी, जिसकी सुचना पर पहुंची पुलिस के हाथ आज एक बड़ी सफलता उस वक़्त लगी ज़ब पुलिस ने दो अभियुकतों को गिरफ्तार कर लिया है, और हमले की पूरी साजिश विपक्षीयो को फंसाने के लिए जिन्होंने खुद ही रची थी और पुलिस ने निखिल निवासी गांव निबाली और सोनू निवासी खींदौड़ा को गिरफ्तार किया है निखिल एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। फिलहाल पुलिस फरार दो अभियुक्तों दीपक व सुमित कि तलाश में जुटी है।

बागपत एसपी नीरज कुमार जादौन ने दी जानकारी

एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र के खींदौड़ा गांव 21 जुलाई को दीपक नाम के युवक को अज्ञात लोगो ने गोली मारकर घायल कर दिया था, इस घटना का आज पुलिस की टीम ने खुलासा किया है, जिसमे दो अभियुक्त को गिरफ्तार किया है जिनमें एक का नाम सोनू व दूसरे का नाम निखिल है, खुलासे में ये तथ्य प्रकाश में आया है कि 2020 में दीपक पक्ष का ऋषिपाल पक्ष के लोगो से झगड़ा हुआ था। जिसमे ऋषिपाल पक्ष के दो व्यक्तियों भोपाल और कालू की हत्या हो गई थी | और दीपक पक्ष के 15 लोग जेल में बंद हैं और दीपक पक्ष ने समझौते का दबाव बनाने के लिए दीपक पक्ष के सोनू ने निखिल नाम के एक हिस्ट्रीशीटर से सम्पर्क किया, और सुमित व निखिल ने सोनू के साथ मिलकर दीपक को गोली  मारी थी। इनका उद्देश्य ऋषिपाल पक्ष के लोगो को नामजद कर पुलिस पर दबाव बनाकर इन्हे जेल भेजना था ताकि ये पुराने केस में समझौता कर सके, इस खुलासे के लिए सिंघावली अहीर थाना पुलिस को 10 हजार रूपये पुरस्क्रत किया जाता है।

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