
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज वाराणसी के दौरे पर रहे। जहां उन्होंने प्रबुद्ध सम्मेलन में लोगों को संबोधित किया। सीएम योगी ने अपने सम्बोधन में काशी की बदलती तस्वीर का जिक्र किया। सीएम योगी ने यूपी में हो रहे विकास समेत कई मुद्दों पर चर्चा की। सीएम योगी ने कहा कि ये बदलता हुआ उत्तर प्रदेश है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रतिष्ठित काशी को वैश्विक मंच पर छाते हुए देखा है। काशी विश्वनाथ धाम जहाँ पर पहले संक्रिय और कुंज गलियों के माध्यम से आना जाना होता था लोग ये मानते थे पता नहीं कब क्या हो जाए आज जिस काशी में पहले वर्ष में एक करोड़ श्रद्धालु आते थे अब एक महीने में ही एक करोड़ श्रद्धालु काशी में आ रहे हैं। उन्होने कहा कि आज से आठ वर्ष पहले काशी में एयरपोर्ट से काशी जाने के लिए की connectivity नहीं थी। लेकिन आज की बेहतरीन connectivity है। लखनऊ को four lane से जोड़ने की connectivity है। प्रयागराज को four lane से जोड़ दिया गया। गाजीपुर गोरखपुर को four lane की connectivity दे दी गई। बेहतरीन सड़क की connectivity ट्रेन की बेहतरीन सुविधा एयरपोर्ट की बेहतरीन सुविधा के साथ-साथ देश और दुनिया के हर प्रमुख स्थलों पर काशी की वायु सेवा के साथ जुड़ाव।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक्सपोर्ट के लिए जो हमारे पास जल यातायात की सुविधा होनी चाहिए कोई पोर्ट नहीं है इसलिए यहाँ किसान एक्सपोर्ट नहीं होंगे इसलिए उत्तर प्रदेश का किसान हो या उत्तर प्रदेश का व्यापारी या उत्तर प्रदेश का उद्योगपति वह अपने उत्पाद को उत्तर प्रदेश के बाहर नहीं भेज सकता अगर भेजेगा तो बहुत महंगा पड़ेगा। लेकिन हम सब आभारी हैं प्रधानमंत्री ने देश के अंदर पहला जल यातायात के लिए इंग्लैंड वाटर वे का कोई एक मार्ग दिया तो वह काशी हल्दिया के बीच में पूर्वी जोड़ने को काशी के लिए उन्होंने सौगात दी और यह भी चालू स्थिति में है, जहां से आज हम न केवल काशी के अन्नदाता किसानों का बल्कि यहां के माध्यम से आज हम उत्तर प्रदेश के अन्नदाता किसानों के खाद्यान्न को सब्जियों को और उत्पाद को फल को आज बाजार में पहुँचाने का काम भी कर रहे हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अस्थानीय उत्पाद के रूप में जो हम लोगों ने प्रधानमंत्री की प्रेरणा से वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के माध्यम से उत्तर प्रदेश के परंपरागत उत्पाद को प्रोत्साहित किया उसकी बेहतरीन मार्केटिंग की इसको भी एक्सपोर्ट करने की एक बेहतरीन सुविधा आज हमारे पास हो चुकी है।इसने हमारी अर्थव्यवस्था में एक नई जान फूंकी है। हमें बेहतरीन कनेक्टिविटी का माध्यम दिया है। उन्होने कहा कि कोरोना काल अस्त-व्यस्त पड़ी हुई थी तब हमारा अन्नदाता किसान काशी से तक पूर्वी सब्जियों को यहाँ से निर्यात कर रहा था यहाँ से सब्जी भेज रहा था, खाद्यान भेज रहा था, चीनी भेज रहा था और बदले में उत्तरप्रदेश और देश के एक्सपोर्ट को बढ़ाने का काम कर रहा था, ये बदलता हुआ उत्तरप्रदेश है जो बदलते हुए भारत को वहां की विकास की यात्रा में सहभागी बनने के लिए पूरी तत्परता के साथ कर रहा है और उसमें प्रधानमंत्री जी की ही काशी से आज जिस प्रकार के परिवर्तन दिखाई दे रहे हैं वो हम सबके सामने है।
उन्होने कहा कि अभी प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों आकर के यहाँ पर काशी संगम का उद्घाटन किया ना केवल तमिलनाडु से, कर्नाटक से, केरला से आंध्रप्रदेश से, तेलंगाना से देश के अलग-अलग भागों से बड़े पैमाने पे श्रद्धालु आ रहे हैं। यहाँ पर शिक्षा के केंद्र के रूप में एक नए केंद्र के रूप में जो काशी की पहचान थी कि काशी भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक नगरी है। उसके उस पुरातन स्वरूप को उपलब्ध कराया फिर से वापस लाया गया है। काशी स्वास्थ्य के एक नए केंद्र के रूप में उभरा के पास सुपर स्पेशलिटी का एक नया केंद्र देने के साथ ही कैंसर इंस्टिट्यूट की स्थापना काशी में करना और साथ-साथ कैंसर पंडित दीनदयाल उपाध्याय कैंसर हॉस्पिटल को संचालन करना ये बहुत सारे कार्यक्रम है।









