
रिपोर्ट- दिनेश पाण्डेय
कुमाऊँ के सबसे बड़े एमबीपीजी कॉलेज में अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज कर रश्मि लमगड़िया ने बड़ा इतिहास रचा है। पहली बार ऐसा हुआ है जब कोई लड़की एमबीपीजी कॉलेज की अध्यक्ष बनी है, निर्दलीय रश्मि लमगड़िया ने एबीवीपी प्रत्याशी कौशल बिरखानी को 1294 मतों के बड़े अंतर से चुनाव हराया है, रश्मि एबीवीपी से टिकट मांग रही थी लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ कर बड़ी जीत दर्ज की है।
कांग्रेस और भाजपा की सियासत का गढ़ कहे जाने वाले कुमाऊं के सबसे बड़े एमबीपीजी कॉलेज में निर्दलीय का कब्जा होना दोनों दलों के लिए चिंता का विषय है। जीत के बाद समर्थकों ने ढोल नगाड़ों के साथ रश्मि का जोरदार स्वागत किया है। नवनिर्वाचित छात्रसंघ अध्यक्ष रश्मि लमगड़िया ने कहा कि वह हमेशा छात्र हितों के लिए काम करेंगी और कॉलेज में बेहतर शिक्षा का माहौल बनाएंगी,1294 से अधिक वोटों से निर्दलीय रश्मि लमगड़िया ने एबीवीपी के कौशल बिरखानी को करारी शिकस्त दी तो वहीं एनएसयूआई के सूरज भट्ट चंद वोटों में ही सिमट कर रह गए।
कुमाऊं के सबसे ज्यादा छात्र संख्या वाले एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी में छात्र राजनीति अलग मोड़ पर पहुंच गई है। दरअसल हल्द्वानी के एमबीपीजी कॉलेज में 24 दिसंबर को हुए छात्रसंघ चुनाव को लेकर एबीवीपी ने कौशल बिरखानी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। एबीवीपी से रश्मि लमगडिया भी टिकट की प्रबल दावेदार थी। लेकिन उनका टिकट काटकर कौशल बिरखानी को संगठन ने एमबीपीजी कॉलेज से अध्यक्ष प्रत्याशी प्रत्याशी घोषित किया था।









