
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जनता के बुनियादी मुद्दों पर बहस नहीं करना चाहती. महंगाई, भ्रष्टाचार, अन्याय चरम सीमा पर है. भाजपा सरकार में कोई न्याय की उम्मीद नहीं कर सकता है. पूंजी निवेश के नाम पर जनता को धोखा दिया जा रहा है.
सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा सरकार के मंत्री जनता को धोखा देने के लिए विदेशों में रोड-शो करके जब खाली हाथ लौट आए तो अब राज्यों में देशी निवेशकों को आमंत्रित करने जाएंगे. अभी तक न निवेश है न नौकरी है और ना ही रोजगार है. उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि पिछले पांच साल में प्रदेश में कहां-कहां क्या इन्वेस्टमेंट आया? कितने युवाओं को रोजगार मिला?
अखिलेश यादव ने कहा कि कहीं ठेका मिलना और काम कराना इन्वेस्टमेंट नहीं होता है. इन्वेटमेंट कारखाना लगाना और उद्योग लगाना होता है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जीएसटी को लेकर व्यापारियों का उत्पीड़न कर रही है. जीएसटी के नाम पर सरकार छापेमारी करा रही है. प्रदेश में उद्योग धंधे कहां लगे हैं, सरकार को इसका ब्यौरा तो देना ही चाहिए.
शुक्रवार को अखिलेश ने यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर भी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बाहर से निवेश कैसे आ सकता है जब प्रदेश की कानून व्यवस्था बेहद खराब है. व्यापारियों को लूटा जा रहा है. महिलाओं के साथ उत्पीड़न हो रहा है. महिला अपराध और पुलिस हिरासत मौतों के मामले में उत्तर प्रदेश देश में नम्बर एक पर है.
इस दौरान अखिलेश ने गोरखपुर की एक घटना का जिक्र किया और कहा कि गोरखपुर में एक बार फिर शर्मनाक घटना हुई है. परिवार और महिलाओं को पुलिस से अपनी बेटी की लाश छीननी पड़ी है. क्या यही प्रदेश की कानून व्यवस्था है. गोरखपुर ही नहीं पूरे प्रदेश से इसी तरह की घटनाएं सामने आ रही है.
अखिलेश ने कहा कि सच तो यह है कि भाजपा सरकार में पूरे प्रदेश में कहीं भी कोई विकास दिख नहीं रहा है. भ्रष्टाचार में ही भाजपा का असली चेहरा नज़र आता है. भाजपा के पास प्रचार के लिए करोड़ों रूपये है पर जनता की सुविधाओं के विस्तार और उसकी खुशहाली के लिए कोई योजना नहीं है.









