अफ्गानिस्तान में तालिबान के सत्ता पर काबिज होने के बाद से ही हालात बेहद बुरें है। अफगान के बुरे हालात का व्यापक असर मध्य एशिया पर भी हुआ है। आज विदेश मंत्री ने रूस के साथ टू प्लस टू की बैठक के दौरान यह बात रखी। उन्होंने कहा कि आसियान केंद्रीयता में भारत और रूस दोनों के समान हित हैं। जयशंकर की यह टिप्पणी सोमवार को यहां सुषमा स्वराज भवन में आयोजित 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता के दौरान आई।
बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, ‘अफगानिस्तान की स्थिति का मध्य एशिया पर व्यापक प्रभाव पड़ा है।’ बैठक में विदेश मंत्री बोले कि भारत और रूस दोनों देशों के लोगों के लिए शांति, प्रगति और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं। बैठक के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव और सर्गेई शोइगु भी मौजूद थे।
इस बैठक में विदेश मंत्री ने भारत और रूस के बीच मजबूत और स्थिर संबंधों पर चर्चा की और कहा कि ‘हमारे संबंध ऐसे समय में बहुत घनिष्ठ हुए हैं जब दुनिया में लगातार बदलाव आ रहे हैं। विदेश मंत्री बोले, ‘हमारे बीच राजनीतिक स्तर पर सक्रिय, संवाद और कई वर्षों से मजबूत रक्षा साझेदारी है।’ विदेश मंत्री ने इसके साथ ही कहा कि बैठक ने भारत और रूस को पारस्परिक हित के राजनीतिक-सैन्य मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक उपयुक्त मंच प्रदान किया है।