लखनऊ- 15 साल पुरानी गाड़ी रखने वालों के लिए बुरी खबर है. सरकार ने 15 साल पुराने वाहन रखने वालों को बड़ा झटका दिया है. ये वाहन अब कबाड़ की गिनती में आएंगे. फिलहाल अभी निजी वाहनों की आयु तय नहीं की गई है.
सरकार ने दो लक्ष्य तय किए हैं, पहले लक्ष्य में सभी सरकारी वाहनों को करना होगा स्क्रैप पेट्रोल और दूसरा लक्ष्य चालित वाहन की उम्र 15 साल और डीज़ल की दस साल तय की गई है. अगर इसके बाद वाहनों को रिन्यूअल नहीं कराया जाता है तो उन्हें NCR से बाहर ले जाना होगा या फिर कबाड़ में देना होगा. 15 साल पुराने वाहन अब 22 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकेंगे. यह कबाड़ नीति एक अप्रैल से लागू होगी.
इस नीति में 15 साल पुराने वाहन को कबाड़ सेंटर पर बेचने पर क़रीब 22 रुपया प्रति किलो के हिसाब से दाम मिलेंगे. इसको लेकर परिवहन विभाग ने शासन को प्रस्ताव भेजा दिया है. विभाग ने इस्पात मंत्रालय के मानक के अनुसार प्रस्ताव तैयार किया है. केंद्र सरकार के बाद उत्तर प्रदेश में भी यह नीति लागू हो रही है.