सोनभद्र में अज्ञात बीमारी का प्रकोप, 50 लोगों की हुई मौत, प्रशासन में मचा हड़कंप…

सोनभद्र के म्योरपुर के मकरा ग्राम पंचायत में पिछले कई माह से अज्ञात बीमारी की चपेट में आने से करीब 50 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, लाख प्रयास के बाद भी मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मकरा ग्राम पंचायत में 15 से अधिक टोले अथवा मजरे हैं, जिनमें बुखार की चपेट में आने से पिछले तीन माह में लगभग 50 मौतें हो चुकी हैं।

पिछले कुछ दिनों में लगातार मौतें होने पर प्रशासन की नींद टूटी और प्रशासन अब गांव में कीटनाशक का छिड़काव, मच्छरदानी वितरण, गांव में साफ-सफाई, गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कैंप लगाकर मरीजों की जांच कराने में लगा हुआ है. लेकिन अभी भी मकरा ग्राम पंचायत में बीमार लोगों की मौत का सिलसिला रुका नहीं है।

मौतों की संख्या को देखते हुए इस गांव में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के दौरे भी शुरू हो गए हैं, जो इन ग्रामीणों से मिलकर इनका हाल-चाल ले रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ प्रशासन मौतों की सही संख्या बताने से बच रहा है। हालांकि, प्रशासन की टीम एसडीएम दुद्धी के नेतृत्व में मौके पर पहुंच कर स्थिति संभालने में लगी हुई है। ग्राम पंचायत में 15 से अधिक टोले मजरे हैं, इनमें से मकरा,सेंदुर और पाटी गांव में कई मौते हुई हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बुखार आने के बाद हालत बिगड़ने लगती है और अचानक मौत हो जाती है। मकरा गांव के निवासी जनकधारी के परिवार में उसकी बहू सुशीला, पत्नी हरिनारायण (25) और उसके दो बच्चों दिव्यांशु 3 वर्ष और प्रियांशु डेढ़ वर्ष की और दूसरे बेटे राधेश्याम के लड़के अंकुश (3) की मौत नवंबर माह में 11, 12 और 14 तारीख को हो गई थी।

दुद्धी तहसील के एसडीएम रमेश कुमार ने कहा कि स्वास्थय विभाग की टीम 24 घंटे गांव में मौजूद है और लोगों के खून की जांच करके बीमारी का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रक्त जांच के बाद ही बीमारी का पता लगाया जा सकता है। प्रशासन युद्ध स्तर पर मकरा गांव में कार्य कर रहा है। लेकिन जब एसडीएम से मकरा ग्राम पंचायत में हुई कुल मौतों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस बारे में कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया।

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