
चंडीगढ़- लंबे समय से फरार चल रहा खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह मोगा जिले में गिरफ्तार हुआ. खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह अमृतपाल सिंह को असम के डिब्रूगढ़ की जेल में भेजे जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है. 18 मार्च से फरार चल रहा भगोड़ा अमृतपाल सिंह ने पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण किया है. पुलिस ने भगोड़ा अमृतपाल सिंह और उसके संगठन ‘वारिस पंजाब डे’ के सदस्यों के खिलाफ तब कार्रवाई शुरू की जब उसके समर्थकों ने अजनाला पुलिस थाने पर धावा बोला था.
#WATCH | Punjab: Waris Punjab De's #AmritpalSingh brought to Air Force Station, Bathinda by Punjab Police. He was arrested from Moga earlier this morning. pic.twitter.com/mbjziJEb3N
— ANI (@ANI) April 23, 2023
अमृतपाल सिंह ने अपनी पत्नी किरणदीप कौर को अमृतसर हवाई अड्डे पर पूछताछ के लिए पकड़े जाने के तीन दिन बाद आत्मसमर्पण कर दिया, जब वह लंदन भागने की कोशिश कर रही थी. सीमा शुल्क विभाग द्वारा पूछताछ की गई किरणदीप कौर को उसी कानूनी प्रक्रिया के तहत एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया गया, जिसके तहत फरार आरोपी के परिवार और परिचितों से पूछताछ की जाती है.
अमृतपाल सिंह और उनके समर्थक, जिनमें से कुछ ने तलवारें और बंदूकें लहराईं, 24 फरवरी को अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला में एक पुलिस थाने में बैरिकेड्स को तोड़ दिया और घुस गए. इस दौरान पुलिस और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थकों के बीच हुई झड़प में 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
एक महीने में दिल्ली से लेकर हरियाणा तक पुलिस अमृतपाल सिंह को कई बार देख चुकी थी. पंजाब पुलिस द्वारा जारी कई सीसीटीवी फुटेज में उसे अलग-अलग वेश में देखा गया था. 18 मार्च को पुलिस से बचने के बाद, अमृतपाल सिंह ने 29 मार्च को एक वीडियो जारी किया और दावा किया कि वह भागने में सफल रहा और सुरक्षित है.
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उनके सहयोगियों पर वर्गों के बीच वैमनस्य फैलाने, हत्या के प्रयास, पुलिसकर्मियों पर हमले और लोक सेवकों द्वारा कर्तव्य के वैध निर्वहन में बाधा उत्पन्न करने से संबंधित कई आपराधिक मामलों के तहत मामला दर्ज है. पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के गिरफ्तारी की पुष्टि ट्वीट के माध्यम से की है. पंजाब पुलिस ने कहा, “अमृतपाल सिंह मोगा में गिरफ़्तार. लोग शांति और सद्भाव बनाए रखें और कोई भी फर्जी खबर साझा न करें”.








