
लखनऊ- अनैतिक गतिविधियों में संलिप्त स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर व माफिया अतीक के बहनोई को निलंबत कर दिया है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव ने यह कार्रवाई की है. चिकित्सक डॉ अखलक पर उमेश पाल हत्या कांड के शूटरों की आर्थिक मदद करने का आरोप है. एसटीएफ ने इसी मामले में उसे पूछताछ कर जेल भेजा था. उसके खिलाफ आदेश जारी होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है.
इस मामले को लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का कहना है कि सरकारी सेवा नियमावली का उल्लंघन करने वाले डॉक्टर-कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा. जनता को उच्च कोटि की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. बता दें, डॉ अखलाक मेरठ स्थित भावनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात थे. 12 अप्रैल को महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं की ओर से जारी पत्र में जानकारी दी गई थी कि मेरठ के भवानी नगर (थाना नौचन्दी) स्थित चश्मे वाली गली निवासी डॉ. अखलाक को विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत हिरासत में लिया गया।
उन्हें प्रयागराज की नैनी जेल में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. दो अप्रैल से कारागार में निरुद्ध होने के चलते डॉ. अखलाक अहमद को निलम्बित किया गया है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का कहना है कि सरकार व स्वास्थ विभाग की छवि को धूमिल करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है. इस तरह के कृत्यों को किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जाएगा. डॉक्टर मरीजों की सेवा करें. मरीजों के प्रति व्यवहार बेहतर रखें. अनैतिक कार्यों से दूर रहें.








