
लखनऊ; राजधानी में ज्येष्ठ माह में बड़े मंगल पर भंडारा करवाने की वर्षों पुरानी परंपरा रही है. लेकिन लखनऊ पुलिस के एक आदेश की वजह से इस पुरानी परंपरा पर संकट के बादल छा गए थे. दरअसल, यूपी पुलिस ने एक आदेश जारी किया था कि लखनऊ में बड़े मंगल पर भंडारा कराने से पहले पुलिस आयुक्त से अनुमति लेनी पड़ेगी.
भारत समाचार ने इस खबर को प्रमुखता से चलाया. जिसके बाद सोशल मीडिया पर पुलिस के आदेश की आलोचना शुरू हो गई. भारी किरकिरी के चलते लखनऊ पुलिस ने अब अपने आदेश को वापस ले लिया है. पुलिस ने अब नई एडवाइजरी जारी की. इस एजवाइजरी में भंडारे से पूर्व पुलिस को सूचना देने की बात कही गई है.
लखनऊ
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) May 7, 2023
➡️भारत समाचार की खबर का बहुत बड़ा असर
➡️लखनऊ पुलिस ने भंडारे पर विवादित आदेश वापस लिया
➡️बजरंगबली जी के भंडारे के लिए अनुमित लेने को कहा था
➡️भारी विरोध के चलते लखनऊ पुलिस का यू टर्न
➡️लखनऊ में ज्येष्ठ माह में हजारों भंडारा चलता है
➡️लाखों लोग हनुमान जी का प्रसाद पाते… pic.twitter.com/Uy3JBPRShe
बता दें कि लखनऊ पुलिस ने अपने पुराने आदेश को पलटते हुए अब कहा है कि भंडारा कराने से पूर्व आयोजक क्षेत्रीय थाने को सूचना दे दें. ताकि लोगों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को सुनिश्चित किया जा सके. पुलिस ने दोबारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में इस बात का भी जिक्र किया है कि भंडारे के बाद साफ-सफाई की व्यवस्था नगर निगम टीम की होगी. जबकि पुलिस ने पूर्व के आदेश में आयोजकों को ही सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए आदेशित किया था.








