
ग्वालियर: सिंधिया कन्या विद्यालय में प्राचार्या निशि मिश्रा के नेतृत्व में संकल्प प्रोजेक्ट 2013 में प्रारम्भ हुआ। जिसका उद्देश्य गरीब महिलाओं को सम्मान का जीवन जीने का साधन प्रदान करना है और उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना है। यह छात्राओं के बीच सेवा के मूल्य को भी स्थापित करता है। यह परियोजना जब शुरू हुई तब कम लागत वाली सैनिटरी नैपकिन बनाने वाली पहली स्वदेशी मशीन एसकेवी में स्थापित की गई थी।
छात्राओं ने स्कूल इकाई में कम लागत वाले नैपकिन का निर्माण किया, मासिक धर्म के समय स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया और ग्वालियर के बाहरी इलाके में वंचित महिलाओं को नैपकिन वितरित किए। सिंधिया कन्या विद्यालय की राउंड स्क्वायर सेवा परियोजना ‘संकल्प जारगा’ ने जारगा की महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए तथा उन्हें आर्थिक रूप से समृद्ध बनाया।
नैपकिन को विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में और महामारी के दौरान जरूरतमंदों को भी भेजा गया। यह यात्रा जारी है और अब सिंधिया कन्या विद्यालय ने एक नई परियोजना ‘संकल्प-बंधौली’ शुरू करने के लिए एक कदम बढाया, जहां विद्यालय ने बंधौली गांव की महिलाओं की मदद के लिए नवीनतम तकनीक के साथ स्थायी मशीन को स्थापित किया ।
इस गाँव में लगभग 217 महिलाओं का एक स्वयं सहायता समूह ‘आजीविका’ है, जिनमें से अधिकांश मध्य विद्यालय तक शिक्षित हैं। हालांकि ये महिलाएं पहले से ही काम कर रही हैं, लेकिन यह उनकी आजीविका के लिए पर्याप्त नहीं है। वित्तीय स्वतंत्रता के प्रति उनके उत्साह और इच्छा को देखते हुए, सिंधिया कन्या विद्यालय ने इस परियोजना को प्रारम्भ करने का बीड़ा उठाया।
- इस मशीन की विशेषताएं हैं-
- उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए, मशीन में 4 डाइस हैं।
- एयर कंप्रेसर अधिक कॉम्पैक्ट और कम शोर करने वाला है।
- यू वी स्टरलाइज़र को यू वी चैम्बर के रूप में अपग्रेड किया गया है जो15 मिनट में पैड को स्टरलाइज़ कर सकता है।
सिंधिया परिवार इस गाँव की महिलाओं के उज्जवल भविष्य की कामना करता है। इस कार्यक्रम में विद्यालय प्राचार्या निशि मिश्रा तथा प्रियंका पालीवाल तथा छात्रायें क्रमशःअनुष्का ठाकुर,शांभवी प्रकाश , वन्या गर्ग , आद्या अग्रवाल,श्रेया गर्ग , संस्कृति अग्रवाल ,अन्वी गुप्ता ,वंशिका गुप्ता उपस्थित थीं। समस्त जानकारी मीडिया प्रभारी वैशाली श्रीवास्तव द्वारा प्रदान की गई ।









