
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा मीडिया से बात बात करते हुए उन्होंने बताया की राम मंदिर निर्माण समिति ने बड़ा निर्णय लिया है.मंदिर ट्रस्ट ने निर्णय लिया है कि राम मंदिर के निर्माण का पहला चरण 30 दिसंबर, 2023 तक पूरा हो जाएगा. वहीं दूसरी मंजिल 30 दिसंबर, 2024 तक पूरी हो जाएंगी उन्होंने बताया की निर्माण समिति की कोशिश है की 30 दिसंबर 2023 से श्रद्धालु कर सकते है राम लला के मंदिर में पूजा-अर्चना. राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक ने दो दिनों की बैठक के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने यह साफ कर दिया है कि थोड़ा बहुत जो कार्य बचा है. वह 15 सितंबर तक समाप्त हो जाएगा.
इसके बाद प्लिंथ ऊंचा करने के लिए मिर्जापुर के पत्थरो का उपयोग होगा वह कार्य अक्टूबर माह के अंत तक शुरू हो जाएगा. जबकि दिसम्बर 2023 तक राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर की स्थापना और रामलला की प्राण प्रतिस्ठा हो जाएगी. मंदिर ट्रस्ट और निर्माण समिति की बैठक में इस बात पर खास तौर पर चर्चा हुई कि अगर एक साथ लाखो लोग दर्शन करने आ गए तो उन सभी को कैसे व्यवस्थित रूप से दर्शन कराया जाएगा. क्योंकि अयोध्या में पड़ने वाले मेले में लगभग 500000 से ज्यादा रोजाना राम भक्त दर्शन करेंगे ऐसे में हर एक राम भक्तों को अपने आराध्य प्रभु श्री राम के दर्शन करें किसी को कोई समस्या ना हो इसका खासा ध्यान रखा जाएगा.
रामलला की मूर्ति इस तरह तैयार होगी कि सूरज की किरण उनके मस्तिष्क पर सीधे आकर पड़े. यह भी तय हो गया है कि जिस तरह रामलला के श्याम वर्ण का वर्णन है. उसके लिए कोई ऐसा पत्थर तलाशा जाएगा जो आसमानी रंग का हो और थोड़ा ग्रे कलर में गाढ़ा हो. ऐसे पत्थरों के निरीक्षण के लिए राम मंदिर ट्रस्ट की टीम अलग-अलग स्थानों पर जाएगी.









