
रिपोर्ट : नीरज जायसवाल, वाराणसी
वाराणसी. सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू हो रहा है और महीने में लाखो शिवभक्त बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन – पूजन के लिए पहुंचते है. बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर धाम में प्रत्येक वर्ष श्रावण मास में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है.
ऐसे में बढ़ते भीड़ को नियंत्रण करने के लिए मंदिर प्रशासन ने सुगम दर्शन सहित बाबा की मंगला आरती और रुद्राभिषेक के रेट में भारी बढ़ोतरी कर दिया है. मंदिर प्रशासन के इस फैसले के बाद विपक्ष के निशाने पर बीजेपी आ गई है. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव सहित कांग्रेस के नेता बीजेपी पर आस्था का व्यापारीकरण करने का आरोप लगाया.
अखिलेश यादव ने बीजेपी से अपील कर किया तंज…
बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रावण मास में सुगम दर्शन, मंगला आरती सहित रुद्राभिषेक के दाम 150 प्रतिशत से लेकर 200 प्रतिशत बढ़ाया गया है. ऐसे में केंद्र और उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार होने से विपक्ष के निशाने पर बीजेपी है. अखिलेश यादव ने ट्विटर पर विश्वनाथ मंदिर में हुए बढ़ोतरी को लेकर ट्वीट किया कि, “भाजपा सरकार से आग्रह है कि बाबा विश्वनाथ जी के दर्शन पर शुल्क लगाकर गरीबों, सच्चे भक्तों व आम जनता से दर्शन का अधिकार न छीने”.
अखिलेश यादव इस अपील के साथ बीजेपी पर तंज करते हुए ट्वीट किया कि ” भाजपा ने धर्म को व्यापार बना लिया है. निंदनीय !” वही अखिलेश यादव के साथ यूपी कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय ने भी मंदिर प्रशासन के महंगे टिकट किए जाने के फैसले का विरोध किया. अजय राय ने ट्विटर पर बढ़े हुए दामों के लिस्ट के साथ ट्वीट किया कि ” ट्रिपल इंजन की भाजपा सरकार में आस्था का व्यवसायीकरण…”









