
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस के अवसर पर 17वीं भारतीय सहकारी कांग्रेस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17वें भारतीय सहकारी महा सम्मेलन की सभी को बहुत बहुत बधाई। उन्होने कहा कि मैं इस सम्मेलन में आपका स्वागत और अभिनंदन करता हूं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हमारा देश विकसित और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य पर काम कर रहा है और मैनें लाल किले से कहा है कि हमारे हर लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सबका प्रयास आवश्यक है। उन्होने कहा कि जब विकसित भारत के लिए बड़े लक्ष्यों की बात आई, तो हमनें सहकारिता को एक बड़ी ताकत देने का फैसला किया। हमनें पहली बार सहकारिता के लिए अलग मंत्रालय बनाया, अलग बजट का प्रावधान किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज को-ऑपरेटिव को वैसी ही सुविधाएं, वैसे ही प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जैसे कार्पोरेट सेक्टर को मिलते हैं। सहकारी समितियों की ताकत बढ़ाने के लिए उनके लिए टैक्स की दरों को भी कम किया गया है। उन्होने कहा कि सहकारिता क्षेत्र से जुड़े जो मुद्दे वर्षों से लंबित थे, उन्हें तेज गति से सुलझाया जा रहा है, हमारी सरकार ने सहकारी बैंकों को भी मजबूती दी है।
दिल्ली
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) July 1, 2023
➡️17वीं भारतीय सहकारी कांग्रेस में बोले पीएम मोदी
➡️अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस के अवसर पर कार्यक्रम
➡️सहकारिता दिवस की सभी को बधाई – पीएम मोदी
➡️सहकारिता के क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा- पीएम
➡️आत्मनिर्भर भारत बनाने की कोशिश जारी- पीएम मोदी
➡️दुग्ध उत्पादन में… pic.twitter.com/ZyYTkTgHFU
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 से पहले अक्सर किसान कहते थे कि उन्हें सरकार की मदद बहुत कम मिलती है और जो थोड़ी बहुत मिलती भी थी वो बिचौलियों के खातों में जाती थी। सरकारी योजनाओं के लाभ से देश के छोटे और मध्यम किसान वंचित ही रहते थे।









