
डिटिजल डेस्क- नाटो की टीम और उसमें शामिल देशों के लिए आज का दिन काफी ज्यादा अहम है.क्योंकि स्वीडन के अब नाटो में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है. सबसे बड़ी बात ये है कि तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन ने स्वीडन को समर्थन देने के लिए मंजूरी दे दी है.
दरअसल,नाटो के शिखर सम्मेलन में स्वीडन की सदस्यता पर मुहर लग जाएगी. बता दें कि पिछले एक साल से तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन स्वीडन की सदस्यता का विरोध कर रहे थे. और तुर्की की तरफ से कहा जा रहा था कि स्वीडन कुर्द कार्यकर्ताओं को पनाह दे रहा है.
लेकिन अब तुर्की ने इस रुकावट को खत्म करते हुए स्वीडन के रास्ते को साफ कर दिया है.वहीं इस मामले में जानकारी देते हुए नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने जानकारी देते बताया कि एर्दोआन ने देश की संसद में स्वीडन की सदस्यता के लिए सहमति जताई है.
बता दें कि अब स्वीडन नाटो का 32वां सदस्य बनेगा. वहीं एर्दोआन ने कहा कि अब सभी देश अब यूरोपियन यूनियन के सदस्य है.









