कारोबारी दंपति की हत्या मामले में बड़ा खुलासा, कारोबार के लालच में LLB के छात्रों ने की थी हत्या, पुलिस ने किया खुलासा

मेरठ से लखनऊ तक सरकार की फजीहत के बाद मेरठ के स्पोर्ट्स कारोबारी और उनकी पत्नी की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. पुलिस ने एलएलबी के एक छात्र और उसके साथी को इस मामले में गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि लूट की वारदात को अंजाम देने के दौरान कारोबारी और उनकी पत्नी की हत्या की गई. आरोपी छात्र ने कई अपराध वेब सीरीज देखकर वारदात की साजिश तैयार की थी.

मेरठ : मेरठ से लखनऊ तक सरकार की फजीहत के बाद मेरठ के स्पोर्ट्स कारोबारी और उनकी पत्नी की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. पुलिस ने एलएलबी के एक छात्र और उसके साथी को इस मामले में गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि लूट की वारदात को अंजाम देने के दौरान कारोबारी और उनकी पत्नी की हत्या की गई. आरोपी छात्र ने कई अपराध वेब सीरीज देखकर वारदात की साजिश तैयार की थी.

मेरठ के गौरीपुरा में भारत कारोबारी और उनकी पत्नी की हत्या को अंजाम देकर लूट की वारदात करने वाले बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इन बदमाशों के पास से करीब 35 लाख की ज्वेलरी और नकदी बरामद की है. स्पोर्ट्स कारोबारी धन कुमार जैन और उनकी पत्नी अंजू को कत्ल करने वाले नौसीखिए बदमाश निकले हैं. इनमें एक एलएलबी का छात्र प्रियंक शर्मा और दूसरा उसका आठवीं पास साथी यश शर्मा है. यश शर्मा बैटरी बनाने वाला मिस्त्री है. 2 साल पहले तक प्रियंक शर्मा स्पोर्ट्स कारोबारी की कोठी के पास कॉस्मेटिक की दुकान किया करता था. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आरोपियों ने वारदात की प्लानिंग 3 साल पहले की थी.

10 अगस्त को सुबह करीब 7:25 पर प्रियांक और यश हाथ में पिस्टल लिए कारोबारी के घर में घुसे और दोनो को गोली मार दी. कारोबारी धन कुमार जैन के छोटे बेटे अभिषेक और पोती को बदमाशों ने रस्सी से बांधकर एक कमरे में बंद कर दिया और घर में रखी ज्वेलरी और नकदी लूटकर फरार हो गए. पुलिस के मुताबिक दोनों बदमाश करीब 50 मिनट तक कोठी के अंदर रहे. इस दौरान धन कुमार जैन और उनकी पत्नी अंजू गोली से घायल होकर तड़पती रही. वारदात की प्लानिंग करने वाले प्रियांशु ने 3 साल तक कई क्राईम वेब सीरीज देखी और वारदात को अंजाम देने के लिए फुलप्रूफ प्लान बनाया था. लेकिन पुलिस सीसीटीवी कैमरों को खंगालते हुए प्रियंक शर्मा के घर तक पहुंच गई. अखिलेश यादव ने कल विधानसभा में इस मुद्दे को कानून व्यवस्था का सवाल बना दिया था जिस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ पुलिस को जल्द खुलासे के आदेश दिए थे.

प्रियंक शर्मा 3 साल तक वारदात की प्लानिंग करता रहा. इस दौरान उसने कोठी में काम करने वाले कई कर्मचारियों की भी मदद ली जिनमें से एक नाम विपिन सैनी का भी है. विपिन सैनी कोठी का इलेक्ट्रीशियन है लेकिन पुलिस ने उसे इस केस में आपराधिक साजिश का मुलजिम नहीं बनाया है.

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