
डिजिटल स्टोरी- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया पर मिर्ची बाबा उर्फ राकेश दुबे से मुलाकात की तस्वीरें शेयर की. जैसे ही अखिलेश यादव ने ये तस्वीरें शेयर की हैं. वैसे ही यूपी से लेकर MP तक राजनीतिक गलियारों का पारा बिल्कुल ही हाई हो गया है. क्योंकि बीते दिनों में MP विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर सपा और कांग्रेस में काफी जुबानी जंग हुई थी. हालांकि अब मामला कुछ ठंड़ा पड़ गया है. दोनों ही पार्टियों का नेतृत्व करने वाले नेताओं ने आपत्तिजनक बयानबाजी से बचने के लिए कहा था.
वहीं अब जैसे अखिलेश ने मिर्ची बाबा के साथ ही तस्वीरें शेयर की हैं तो सियासी मोहल्ले में तरह-तरह की बातें शुरु हो गई है. अखिलेश यादव ने मिर्ची बाबा को MP की विशेष सीट से चुनाव लड़ने के लिए शुभकामनाएं भी दीं. इसी पर कई लोगों का कहना है कि वो सीएम शिवराज के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. जबकि कुछ का मानना है कि वो कमलनाथ के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरेंगे.
चलिए आप आपको बतातें हैं आखिर कौन हैं मिर्ची बाबा, जो अब कुछ ज्यादा ही सुर्खियों में आ गए हैं. मिर्ची बाबा उर्फ राकेश दुबे मध्य प्रदेश के भिंड जिले के बिरखड़ी गांव के रहने वाले हैं। इनके पिताजी आयोध्या के पास मालनपुर के एक मंदिर में पुजारी थे। 1997 में मिर्ची बाबा केवल आयल मिल मजदूरी का काम करते थे। बाद में गांव की जमीन बेचकर ट्रक खरीद लिया था। लेकिन इसमें उनका घाटा भी हो गया, तो उसे बेच दिया. इसके बाद प्रदेश छोड़कर गुजरात चल दिए. इसके बाद मिर्ची बाबा ने अहमदाबाद में एक प्राइवेट मिल में काम किया.ये वो समय था, जब राकेश दुबे के हालात कुछ बदल रहे थे. वहीं किसी साधु की संगत में आकर राकेश दुबे ने संन्यास ग्रहण किया और इस तरह राकेश दुबे अब वैराग्यनंद होकर मिर्ची बाबा बन गए है. बाबा व्यासपीठ पर बैठकर भागवत भी करने लगे. इसी दौरान उनके संबंध कई नेताओं से बढ़े लगे. मिर्ची बाबा कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के संपर्क में थे जिसके बाद से वे हाई प्रोफाइल साधु बन गए.









