केंद्र की बूस्टर खुराक शुरू करने के फैसले पर राहुल गांधी ने की श्रेय लेने की कोशिश, बोले- सरकार ने मेरा कहा माना

राहुल गांधी ने रविवार को ट्विटर पर लिखा, "केंद्र सरकार ने बूस्टर खुराक के मेरे सुझाव को स्वीकार कर लिया है - यह एक सही कदम है। टीकों और बूस्टर की सुरक्षा देश के लोगों तक पहुंचानी होगी।"

शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नाम अपने सम्बोधन में कोरोना टीके की बूस्टर डोज शुरू करने की घोषणा की। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार ने देश में कोविड-19 के टीके की बूस्टर खुराक शुरू करने के उनके “सुझाव” को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “केंद्र सरकार ने बूस्टर खुराक के मेरे सुझाव को स्वीकार कर लिया है – यह एक सही कदम है। टीकों और बूस्टर की सुरक्षा देश के लोगों तक पहुंचानी होगी।”

बता दें कि नए साल में 10 जनवरी से देश में फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मियों और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना टीके की बूस्टर खुराक दिया जाएगा। यह पहली बार नहीं है जब गांधी ने COVID के संबंध में केंद्र सरकार के कदम के लिए स्वयं को श्रेय दिया हो। इससे पहले भी उन्होंने अप्रैल में, विदेशी कोविड टीकों के लिए केंद्र सरकार के द्वारा दी गयी आपातकालीन मान्यता का भी श्रेय खुद को दिया था। उन्होंने उस दौरान भी यही कहा था कि यह उनके सरकार पर दबाव का परिणाम है।

पिछली बार COVID के संबंध में केंद्र सरकार के कदम का श्रेय खुद को देते हुए राहुल गांधी ने ट्विटर पर पोस्ट किया, “पहले वे आपको अनदेखा करते हैं, फिर वे आप पर हंसते हैं, फिर वे आपसे लड़ते हैं, फिर आप जीत जाते हैं।” कांग्रेस ने यह भी दावा किया है कि राहुल गांधी उन राजनेताओं में से एक हैं जिन्होंने जनवरी 2020 में ही केंद्र को कोरोनावायरस को गंभीरता से लेने की चेतावनी दी थी।

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