
सिल्कयारा सुरंग में फंसे हुए पीड़ितों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान शुरू होने के साथ ही उन्नत मशीनें पहुंचनी शुरू हो गई हैं। उत्तरकाशी टनल मे फसे तमाम मजदूरों को बाहर निकालने की जद्दोंजहद जारी है अभी तक 41 मजदूरों को निकालने की कोशिश जारी है हलाकि तकनिकी दिक्क़तो के चलते ये परेशानी और बढ़ गई है। घटना स्थल पर पीएमओ की टीम पहुंच गई है। ये टीम, रेस्क्यू टीम के साथ समन्वय बनाकर काम करेगी।
उत्तरकाशी – उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल के रेस्क्यू का मामला
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) November 19, 2023
➡केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी सिलक्यारा का करेंगे निरीक्षण
➡मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी भी रहेंगे मौजूद
➡राहत एवं बचाव कार्य का स्थलीय निरीक्षण करेंगे
➡स्थलीय निरीक्षण और समीक्षा करेंगे नितिन गडकरी
➡आज… pic.twitter.com/4Ji5grd6cA
उत्तरकाशी टनल हादसे में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए लगातार सातवें दिन कोशिश जारी है। गौर करने वाली बात ये है कि इस टनल में 40 नहीं 41 मजदूर फंसे हैं। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में कई मुसीबतें आ रही हैं। कभी पहाड़ दरक रहे हैं तो कभी मशीन खराब हो जा रही है। रात अचानक सुरंग के भीतर पहाड़ दरकने की तेज आवाज आई।
वही अब इस हादसे को लेकर लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने कई सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस इस टनल हादसे को लेकर राष्ट्रपति से हाई लेवल जांच की मांग कर रही है।उत्तरकाशी टनल हादसे को लेकर अब भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी का बयान सामने आया है। आदित्य कोठारी का कहना है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार गंभीरता के साथ राहत एवं बचाव कार्य में लगी है और विशेषज्ञों की देखरेख में तकनीकी तौर पर छोटी टनल बनाने का काम चल रहा है।
साथ ही कांग्रेस के सवालों को लेकर कहा कि कांग्रेस ओछी राजनीति कर रही है, आपदा और विपदा के समय में हम सबको बचाव के तरीके ढूंढने चाहिए। लेकिन कांग्रेस इस आपदा में राजनीति करने का प्रयास कर रही है जो निंदनीय है। उन्होने कहा कि अगर कांग्रेस के पास राहत एवं बचाव कार्य को लेकर कोई सुझाव है तो सुझाव देने का काम करे,आरोप प्रत्यारोप करने से राहत एवं बचाव के कार्य नहीं किए जा सकते हैं। वही कांग्रेस ने सरकार पर सवाल खडे करते हुए साफ कहा कि सरकार के संवेदनहीन रवैये के चलते अभी तक मजदूर बाहर नहीं निकल पाए है।









