Ram Mandir Inauguration: प्राण प्रतिष्ठा का पूरा कार्यक्रम हुआ जारी, विस्तार से पढ़ें पूरी जानकारी

अयोध्या में 16 जनवरी से पूजन की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। इसके बाद 17 जनवरी को श्रीविग्रह को परिसर भ्रमण कराया जाएगा।

Ram Mandir Inauguration: अयोध्या में भगवान राम के प्राणप्रतिष्ठा से पहले विधिवत पूजा अर्चना की तैयारी चल रही है। इसके लिए विशेष योजनाएं तैयार की जा रही हैं। श्री राम के विग्रह की जीवन कारक द्रव्यों के अलावा शैय्या अधिवास कराया जाएगा। पूरी प्रक्रिया में रामलला को शीशम के नवनिर्मित पलंग पर शयन कराया जाएगा। ट्रस्ट ने पलंग को अयोध्या में निर्मित करवाया है। इसके अतिरिक्त भगवान के लिए गद्दा, रजाई, चादर और तकिया भी खरीदा गया है। अधिवास के दौरान कुश से भगवान के हृदय को स्पर्श कर न्यास वाचन संपन्न कर पूजन प्रक्रिया संपन्न होगी। जागरण के बाद रामलला को सुबह सिंहासन पर प्रतिष्ठित किया जाएगा। वहीं, शैय्या अधिवास 21 जनवरी को रात्रि में होगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे। वाराणसी के वैदिक आचार्यों के अनुसार आसन पर पहले कूर्म शीला और स्वर्ण से निर्मित कच्छप, ब्रहा शिला का भी अधिवास होना चाहिए। तीन पिंडिका भी रखी जाएंगी। आचार्यों के मुताबिक भगवान राम के आसन के ठीक नीचे श्रीराम यंत्र भी प्रतिष्ठा की जाएगी।

प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व रामलला के आसन का भी पूजन किया जाएगा। आसन के लिए 45 द्रव्य रखे जाएंगे। इसमें  नौ रत्न- हीरा, पन्ना, मोती माणिक, पुखराज व लहसुनिया, गोमेद के अलावा पारा, सप्त धान्य व विविधि औषधियां भी होंगी। इसके बाद विग्रह को आसन पर प्रतिष्ठित किया जाएगा। गाय के घी और शहद मिश्रण से युक्त स्वर्ण शलाका से भगवान राम के नेत्र को उन्मीलित किए जाएगें। इसके बाद भगवान को दर्पण दिखाया जाएगा।

विश्व हिंदू परिषद ने सोमवार को बताया कि भगवान राम की प्रतिमा को सिर्फ परिसर भ्रमण ही कराया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकालने वाले आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्राविण सोमवार को अयोध्या पहुंच गए हैं। उन्होंने राम मंदिर और मंदिर परिसर, पूजन स्थल का भ्रमण किया और रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से भेट की।

16 से 22 तक कार्यक्रम

अयोध्या में 16 जनवरी से पूजन की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। इसके बाद 17 जनवरी को श्रीविग्रह को परिसर भ्रमण कराया जाएगा। गर्भगृह का शुद्धिकरण होगा। 18 जनवरी से अधिवास प्रारंभ हो जएगा। दोनों टाइम जलाधिवास, सुगंध और गंध अधिवास भी होगा। 19 जनवरी को सुबह फल अधिवास और धान्य अधिवास होगा। 20 जनवरी को प्रात: पुष्प और रत्न और शाम को घी अधिवास होगा। 21 जनवरी को सुबह शर्करा, मिष्ठान और मधु अधिवास व औषधि और शैय्या अधिवास होगा। 22 जनवरी को दोपहर में रामलला के विग्रह की आंखों से पट्टी हटाकर उन्हें दर्पण दिखाया जाएगा।

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