दिल्ली से अयोध्या तक 700 किमी की पैदल यात्रा, पैरों में पड़ गये छाले, एक सपने के बाद श्रीराम की भक्ति में रम गईं शबनम खान

बाराबंकी : दिल्ली से अयोध्या के लिए 700 किमी की पैदल यात्रा कर रहीं शबनम खान आज बाराबंकी पहुंचीं। मानवाधिकार कार्यकर्ता शबनम खान तकरीबन 500 किलोमीटर का पैदल सफर पूरा कर चुकी हैं। उन्होंने बताया कि पैदल यात्रा की शुरुआत 3 जनवरी से की थी। शबनम खान 22 जनवरी को अयोध्या में होने जा रहे प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव का हिस्सा बनने दिल्ली से रवाना हुई हैं। पैदल यात्रा करने का मकसद बताते हुए उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम ने सपने में दर्शन देकर उन्हें बुलाया था। उन्होंने कहा कि वह अपनी पैदल यात्रा से लोगों में संदेश देना चाहती हैं कि जय श्री राम और अल्लाह हु अकबर कहने से कोई अलग-अलग नहीं होता.

बाराबंकी पहुंचने पर जय श्रीराम के नारों के साथ लोगों ने शबनम खान का स्वागत किया। अकेले अयोध्या की पैदल यात्रा में निकलने को लेकर उन्होंने कहा कि प्रभु राम का साथ है। फिर डरने की क्या बात है। आपको बता दें कि मानवाधिकार कार्यकर्ता शबनम खान अक्सर टीवी डिबेट में भी दिखती हैं। शबनम खान को महिला अधिकारों का योद्धा के तौर पर भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि उनके सपने में प्रभु श्रीराम आए थे। उन्होंने कहा कि जब मंदिर नहीं बना था तब हमने उसके लिए खूब लड़ाई लड़ी। अब मंदिर बनकर तैयार हो गया है तो आप अयोध्या नहीं आ रही है। सपने में श्रीराम के दर्शन होने के बाद दिल्ली से अयोध्या पैदल यात्रा करने का संकल्प लिया और चल पड़ीं.

जयश्री राम का जयघोष करते हुए शबनम खान ने कहा कि वह 22 जनवरी तक लगभग 700 किमी का सफर पूरा करके वह रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह तक अयोध्या पैदल पहुंच जाएंगी। शबनम खान का कहना है कि अब प्रभु श्री राम की नगरी में पहुंचकर ही उन्हें चैन मिलेगा। शबनम खान ने कहा कि कोई किसी को भड़का नहीं सकता, जब तक कि हम खुद गुमराह न हों। कुछ मुल्लाओं की राजनीति के चलते अब तक मुसलमानों को डराया जाता रहा है। अल्लाह का इस्लाम मानिए, मुल्लाओं की बात मत सुनिए। जबकि भारत के मुसलमानों को जय श्रीराम और अल्लाह हु अकबर कहने से कभी कोई दिक्कत नहीं हुई.

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