
मुंद्रा : एक अनोखे उत्सव में अडानी विद्या मंदिर भद्रेश्वर के छात्र (एवीएमबी) ने अपना 12वां वार्षिक दिवस ‘उत्कर्ष’ संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) को समर्पित किया। इसके तहत 600 छात्रों ने पौधे लगाने का संकल्प लिया। स्कूल परिसर और बाहर तीन वर्षों की अवधि में 25,000 से पौधे मेंग्रोव पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है.

उत्कर्ष के तहत बच्चों ने रचनात्मक ढंग से प्रकृति के साथ सद्भाव से रहने के पहलुओं पर प्रकाश डाला। यह पर्यावरण और जल संरक्षण, नाटक, गीत और कविता पर कार्यशील मॉडल के माध्यम से सभी 17 एसडीजी के सार और महत्व को प्रदर्शित करने का एक मंच था.

एसडीजी का एक्सपोजर बच्चो को देश और दुनिया के जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में नैतिक और मूल्य शिक्षा सहित संवेदनशील और महत्वपूर्ण पाठों को एकीकृत करने पर स्कूल के फोकस का हिस्सा है. शिक्षकों द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम इस कार्यक्रम ने आगंतुकों को तटीय जैव विविधता के संरक्षण के महत्त्व के बारे में जागरूक किया।गुजरात के कच्छ जो अपनी रंगीन परम्पराओं और समारोहों के लिए जाना जाता है. वहां लवायु परिवर्तन के दबाव में एक नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र भी चर्चा में रहा है.
On their annual day, students of Adani Vidya Mandir, Bhadreshwar, have pledged to plant 25,000 saplings. This is a testament to their sensitivity & commitment towards our planet. I am proud that @AdaniFoundation schools are instilling these values in our future leaders. #sdgs… pic.twitter.com/zPC41Dzswz
— Priti Adani (@AdaniPriti) March 6, 2024
इस अवसर पर अडानी फाउंडेशन की चेयरपर्सन डॉ.प्रीति अदाणी ने शुभकामनाएं प्रेषित कींउन्होंने कहा, “हमारे युवा छात्रों की यह प्रतिज्ञा हमारे ग्रह के प्रति उनकी संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता का प्रमाण है. मुझे गर्व है कि हमारे स्कूल हमारे भावी नेताओं में ये मूल्य पैदा कर रहे हैं.”

मुंद्रा के एसडीएम चेतन मिसन ने कहा,“मैं इन बच्चों के प्रदर्शन को देखकर मंत्रमुग्ध हूं. मैं इस अवसर पर स्कूल को बधाई देता हूं और आशा करता हूं कि ये लोग इसी तरह ज्ञान का प्रकाश फैलाते रहेंगे”
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अडानी ग्रुप के सीएफओ जुगेशिंदर (‘रॉबी’) सिंह थे.उन्होंने कहा, ”मैं यहां आकर और इन छोटे बच्चों के साथ बातचीत करके अभिभूत हूं, जिन्होंने अपार संभावनाएं दिखाई हैं. मुझे यकीन है कि उनमें से प्रत्येक अपने जीवन में अच्छी-खासी प्रगति करेगा, और बदले में, अपने परिवारों, समुदायों और हमारे महान राष्ट्र की मदद करेगा.”उत्कर्ष 2024 में कच्छ क्षेत्र के नेता, मछुआरा समुदाय के सदस्य, माता-पिता और अन्य प्रतिष्ठित अतिथि शामिल हुए.