जुलाई तक काशी आए करीब 1.50 करोड़ पर्यटक,टूटे सारे रिकार्ड

वर्ष 2022 जनवरी मे पर्यटकों के वाराणासी आगमन का रिकॉर्ड टूटा 2022 जुलाई तक के डेटा के अनुसार भारतीय पर्यटकों की संख्या 1.50 करोड़ रही. इसके पीछे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण इस रिकॉर्ड तोड़ संख्या की वजह बनी. वाराणसी मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल के अनुसार बीते दो सालों में वाराणासी मे पर्यटन की स्थिति ठीक नही रही पर्यटकों की संख्या में भी भारी गिरावट रही लेकिन साल 2022 में वाराणासी मे सारे रिकॉर्ड टू

रिपोर्ट- विनीत श्रीवास्तव

Desk: वाराणासी जिसे धर्म की नगरी के नाम से भी जाना जाता है,पर्यटन के लिहाज से वाराणासी मे देश सहित विदेश के पर्यटकों का लगातार आना जाना होता है,लेकिन वही बीते दो सालों में वाराणासी के पर्यटन मे भारी गिरावट देखने को मिली थी. कोरोना काल मे ये शून्य के बराबर हो गया था. अब 2022 मे वाराणसी के बाजारों में भारी उछाल देखने को मिला. अगर डेटा की बात करे तो पर्यटन विभाग के अनुसार 2017 जनवरी तक 36 लाख कि संख्या मे पर्यटक वाराणासी पहुचे वही 2018 मे 48 लाख पर्यटकों की संख्या रही 2019 में 64 लाख पर्यटक वाराणासी पहुँचे और2020,2021 मे ये संख्या कोरोना काल में शून्य पर आगयी जिससे वाराणासी के होटल सहित हर तरह के कारोबार पर असर देखने को मिला.

इस वर्ष 2022 जनवरी मे पर्यटकों के वाराणासी आगमन का रिकॉर्ड टूटा 2022 जुलाई तक के डेटा के अनुसार भारतीय पर्यटकों की संख्या 1.50 करोड़ रही. इसके पीछे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण इस रिकॉर्ड तोड़ संख्या की वजह बनी. वाराणसी मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल के अनुसार बीते दो सालों में वाराणासी मे पर्यटन की स्थिति ठीक नही रही पर्यटकों की संख्या में भी भारी गिरावट रही लेकिन साल 2022 में वाराणासी मे सारे रिकॉर्ड टूटे और भारी संख्या में पर्यटक वाराणासी पहुंचे. साथ ही साथ सावन के महीने में काशी विश्वनाथ में दर्शन करने वालों का भी रिकॉर्ड टूटा सावन के महीने में मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल के अनुसार 90 लाख दर्शनार्थियों ने दर्शन किया इसके पीछे बड़ी वजह काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण रहा है.

अगर 2022 देखा जाए तो इस स्थिति एकदम बूम पर है पिछले आंकड़ों को यह आंकड़ा पछाड़ चुका है कोरोना काल में सब कुछ बंद था वह एक नया एक्सपीरियंस था. जब से विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का उद्घाटन हुआ है तब से इस क्षेत्र में बहुत बड़ा विकास देखा गया है.

यहां पर 2022 के पहले टूरिज्म की मनोदशा अच्छी नहीं थी. यहां विदेशी पर्यटकों का ज्यादा फ्लोर होता था. देसी पर्यटकों के अपेक्षा आज के समय में 15 के प्लस टूरिज्म बढ़ा हुआ है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर अपने आप में एक बड़ा उदाहरण है हर पर्यटक काशी विश्वनाथ कॉरिडोर देखने की उम्मीद रख रहे हैं. आज से 2 साल पहले होटल के रेट कम थे उतनी बुकिंग नहीं होती थी लेकिन अब स्थिति यह है कि बुकिंग और होटल के रेट में उछाल आई है और कहीं ना कहीं यह पर्यटकों की वजह से हुआ है.

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