
अभिनेत्री-राजनीतिज्ञ दीपिका चिखलिया साल 1987 की रामानंद सागर की रामायण में सीता की भूमिका निभाने के लिए काफी प्रसिद्ध है. पूरे देश में लोग उन्हें सीता माता के नाम से जानते हैं और उनकी काफी इज्जत करते हैं. हाल ही में दीपिका ने रणबीर कपूर की रामायण फिल्म को लेकर चिंता व्यक्त करी है. बता दें कि निर्देशक नितेश तिवारी रामायण का एक नया संस्करण बना रहे है जिसमें रणबीर कपूर श्री राम के तो वहीं साई पल्लवी माता सीता के किरदार में नजर आने वाली हैं. हाल ही में एक इंटरव्यू में, दीपिका ने इसी को लेकर चिंता प्रकट करी और रणबीर की रामायण पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि उन्हे नहीं लगता कि रामायण बार बार बनानी चाहिए. हर बार नया एंगल देने से पूरा प्रभाव खत्म हो जाता है.
बता दें कि फिल्म की शूटिंग अभी जारी है. इसी के लगभग दो महीने पहले, फिल्म के सेट से कुछ तस्वीरें वायरल हुई थी, जिसमें रणबीर कपूर श्री राम के रूप में, और साई पल्लवी माता सीता के रूप में नजर आ रही थी. वहीं अरुण गोविल राजा दशरथ के और लारा दत्ता कैकेयी के अवतार में नजर आई. इसी के बारे में बात करते हुए वह बोली कि रामायण को छोड़कर इतनी सारी स्टोरीज़ पर बात की जा सकती है. फ्रीडम फाइटर्स को लेकर फिल्म बनानी चाहिए. क्यों सिर्फ रामायण ?
उन्होंने कहा कि उन्हें समझ नहीं आता की लोग बार-बार रामायण क्यों बना रहे है. उन्हे नहीं लगता कि रामायण बार बार बननी चाहिए क्योंकि हर बार जब लोग फिल्म बनाते है तो कुछ नया करने की कोशिश, नयी स्टोरी , नये एंगल या लुक से सारा इंपैक्ट खराब हो जाता है.
इसी को समझाते हुए बोली कि फिल्म आदि पुरुष में कृति सेनन(सीता माता) को पिंक साड़ी पहना दी गई. सैफ अली खान(रावण) को अलग लुक दिया क्योंकि वह कुछ अलग करना चाहते थे. पर इसकी वजह से रामायण का पूरा प्रभाव ही खत्म हो गया.
बता दे कि नितेश तिवारी की रामायण के रिलीज होने की संभावना अक्टूबर 2027 तक जताई जा रही है.









