यूपी में टॉपकॉन सेल टेक्नोलॉजी के जरिए हुई अडानी सोलर की एंट्री, शाइन टॉपकॉन विविध मौसम स्थितियों के लिए एक बेहतर विकल्प

लखनऊ : यूपी सरकार, रूफटॉप सीएंडआई (कमर्शियल एंड इंडस्ट्रियल) के साथ-साथ प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान योजना (कुसुम) और हाल ही में शुरू की गई प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना के माध्यम से राज्य भर में सौर ऊर्जा प्रतिष्ठानों को बढ़ावा दे रही है। हाल ही में अडानी सोलर ने चैतन्यश्री ग्रीनटेक प्राइवेट लिमिटेड के साथ उत्तर प्रदेश में अपने रिटेल डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस के विस्तार की घोषणा की। अदाणी सोलर ने अब भारत में सोलर पैनल के डिस्ट्रीब्यूशन के लिए 3 हजार से ज्यादा शहरों तक अपनी पहुंच बढ़ा दी है।

अडानी सोलर के ऑफ-ग्रिड पैनल से उपभोक्ताओं को बिजली कटौती के जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी जबकि इसके ऑन-ग्रिड पैनल बिजली की लागत को कम करने में मदद करेंगे। अडानी सोलर इन क्षेत्रों में एक से ज्यादा गीगावॉट की परिकल्पना करता है। कस्टमर टारगेट खासतौर से रूफटॉप, यूटिलिटी-स्केल, आवासीय, सी एंड आई और सोलर पंप सेगमेंट में हैं।

अडानी सोलर का टारगेट राज्य के रिन्यूएबल एनर्जी बाजार को कैपिटलाइज़ करना है। यह किफायती दर पर टिकाऊ सोलर एनर्जी सॉल्यूशन पर स्विच करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।ये एक ऐसा बदलाव है जिससे क्षेत्र में रेसिडेंशियल कंज्यूमर और सीएंडआई प्रतिष्ठानों को काफी फायदा होने की उम्मीद है।

अडानी सोलर ने यहां अपने शाइन टॉपकॉन पीवी मॉड्यूल का प्रदर्शन किया, जो सोलर टेक्नोलॉजी में काफी अहम स्थान रखता है। शाइन टॉपकॉन मॉड्यूल न सिर्फ डब्ल्यूपी (हाई वाट-पीक) प्रदान करके अपने पैसिवेटेड एमिटर और रियर कॉन्टैक्ट (पीईआरसी) के समकक्षों को चुनौती देता है बल्कि पारदर्शी दक्षता का दावा करता है जो इसे भारत की विविध मौसम स्थितियों के लिए एक बेहतर विकल्प बनाता है।

टॉपकॉन सेल टेक्नोलॉजी है सोलर पैनल की अगली पीढ़ी
टनल ऑक्साइड पैसिवेटेड कॉन्टैक्ट (टॉपकॉन) सेल का उत्पादन पैसिवेटेड एमिटर और रियर कॉन्टैक्ट (पीईआरसी) सेल के समान उपकरणों का उपयोग करके किया जा सकता है। मौजूदा पीईआरसी उत्पादन लाइनों से इस नई तकनीक में परिवर्तन सहज और लागत प्रभावी है। लागत में मामूली वृद्धि टॉपकॉन सोलर सेल को आसानी से अपग्रेड करती है जो निर्माता और उपभोक्ता के लिए एक बेहतर विकल्प बन जाता है। टॉपकॉन सेल लगभग 28% की दक्षता तक पहुंचती है जो कि पीईआरसी सेल की दक्षता से काफी अधिक है जो आमतौर पर लगभग 22% होती है। टॉपकॉन सेल कम रोशनी की स्थिति में उच्च दक्षता प्रदर्शित करते हैं जिससे वे सूरज की रोशनी सीमित होने पर भी बिजली उत्पन्न करने में सक्षम होते हैं।

अडानी सोलर ने पूरे देश में तेजी से अपनी खुदरा उपस्थिति का विस्तार किया है। अपने रिटेल चैनल पार्टनर के माध्यम से कंपनी की राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम, असम, मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा में बड़ी उपस्थिति है।

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