अडानी ट्रांसमिशन ने एशिया-पैसिफिक इंडियन डील ऑफ द ईयर का जीता खिताब

अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) भारत की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की पावर ट्रांसमिशन कंपनी है जो अडानी समूह का हिस्सा है। उसने प्रोजेक्ट फाइनेंस इंटरनेशनल (पीएफआई) से एशिया-पैसिफिक इंडियन डील ऑफ द ईयर का अवार्ड जीता है। यह अवार्ड 700 मिलियन अमरीकी डॉलर के रिवॉल्विंग प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग फैसिलिटी के लिए एटीएल को मान्यता प्रदान करता है। जिसे भारत में पहली बार ग्रीनफील्ड पारेषण परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए फ्रेमवर्क समझौते के तहत लागू किया गया है।

अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) भारत की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की पावर ट्रांसमिशन कंपनी है जो अडानी समूह का हिस्सा है। उसने प्रोजेक्ट फाइनेंस इंटरनेशनल (पीएफआई) से एशिया-पैसिफिक इंडियन डील ऑफ द ईयर का अवार्ड जीता है। यह अवार्ड 700 मिलियन अमरीकी डॉलर के रिवॉल्विंग प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग फैसिलिटी के लिए एटीएल को मान्यता प्रदान करता है। जिसे भारत में पहली बार ग्रीनफील्ड पारेषण परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए फ्रेमवर्क समझौते के तहत लागू किया गया है।

यह अवार्ड वैश्विक सार्वजनिक और निजी ऋण पूंजी बाजार निर्गमों के अलावा अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग बाजार के माध्यम से समग्र लिक्विडिटी (नकदी) पूल को बढ़ाने के लिए एटीएल की रणनीति को मजबूती प्रदान करेंगा।

आपको बता दे कि प्रोजेक्ट फाइनेंस इंटरनेशनल (पीएफआई) पिछले 25 वर्षों से परियोजना वित्तपोषण रिपोर्टिंग में सबसे आगे है। यह परिवहन, बिजली, तेल और गैस, बुनियादी ढांचे और खनन सहित सभी प्रमुख क्षेत्रों को समेटते हुए उद्योग की सेवा के लिए सबसे व्यापक और आधिकारिक प्रकाशन है।

वहीं अनिल सरदाना, एमडी एवं सीईओ, एटीएल ने कहा कि “यह परियोजना वित्तपोषण सौदा क्षेत्र के लिए अद्वितीय है और पारेषण क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय बैंकों द्वारा स्वीकृत अपनी तरह का पहला है। यह उत्साहजनक है कि इसे पीएफआई से यह मान्यता मिली है। यह फैसिलिटी और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय बैंकों के साथ स्थापित संबंध एटीएल की समग्र पूंजी प्रबंधन योजना के प्रमुख तत्व हैं और विकास संबंधी एटीएल की आकांक्षाओं को पूरी तरह से वित्तपोषित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। प्लेटफॉर्म इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग फ्रेमवर्क एटीएल के कैपेक्स प्रोग्राम को बैंकों से पूंजी आवंटन के साथ सबसे कुशल तरीके से जोड़ता है ताकि समान विकास पर केंद्रित हमारे पूंजी प्रबंधन दर्शन के जरिये व्यवस्थित समग्र पूंजी प्रबंधन को सुनिश्चित किया जा सके।”

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