अमेरिका के अतिरिक्त टैरिफ और व्यापार अनिश्चितता का सुजलॉन पर कोई बड़ा असर नहीं: गिरीश तांती

सुजलॉन एनर्जी के उपाध्यक्ष गिरीश तांती ने कहा है कि अमेरिकी अतिरिक्त टैरिफ और व्यापार अनिश्चितता का भारतीय पवन ऊर्जा उद्योग पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ेगा। उनके अनुसार, भारतीय पवन ऊर्जा उत्पाद वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी हैं और इनकी मांग भी काफी अधिक है। भारत में 2030 तक 50 अरब डॉलर के निवेश की योजना है, जबकि देश वैश्विक निर्यात बाजार में 20 अरब डॉलर का हिस्सा हासिल कर चुका है।

तांती ने यह भी कहा कि भारतीय उद्योग अब “अच्छा होना चाहिए” से “जरूरी होना चाहिए” की स्थिति में पहुंच चुका है, जिससे नवीकरणीय ऊर्जा की आवश्यकता और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। उनके अनुसार, सुजलॉन के पास एक ऐसा उत्पाद है जो वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी है, और वे जहां भी सकारात्मक संबंध हैं, वहां अपने उत्पादों की बिक्री करेंगे।

यह बयान उस समय आया है जब भारतीय पवन ऊर्जा उद्योग वैश्विक स्तर पर अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा है।

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