छतीसगढ़ से राजस्व अफसरों के लापरवाही की अनोखी खबर सामने आई है। दरअसल मामला कुछ ऐसा है कि सिंचाई विभाग ने भगवान शिव को ही नोटिस जारी कर दिया है। छत्तीसगढ़ के जांजगीर में एक नहर पर अवैध कब्जे को लेकर विवाद था। इस नहर से अवैध कब्जा हटवाने के लिए राज्य के सिंचाई विभाग के अफसरों ने भगवान शिव को नोटिस जारी कर दिया है।
दरअसल, पूरे मामले में आरोप यह है कि कथित रूप से नहर की जमीन पर भगवान शिव का मंदिर अवैध तरीके से बना हुआ है। इसी कब्जे को हवाने के लिए सिंचाई विभाग ने भगवान शिव के नाम एक नोटिस जारी किया जिसमें जमीन को एक सप्ताह के अंदर खाली करने के लिए कहा गया है। सबसे विचित्र बात यह है कि नहर के इसी जमीन पर कई नेताओं और पूर्व अफसरों के आलिशान कॉम्प्लेक्स और मकान भी बने हुए हैं, लेकिन उन्हें नोटिस तामील नहीं की गयी है।
बताया जा रहा है कि इस भूमि विवाद का निपटारा जमीन की पैमाइश से ही संभव हो सकेगा लेकिन सिंचाई और राजस्व विभागों के अधिकारी नक्सा खो जाने की दलील दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में जमीन की पैमाइश भी संभव नहीं हो पा रही है। बता दें कि विवादित नहर के दोनों तरफ सिंचाई विभाग द्वारा कुछ भूमि का हिस्सा छोड़ा गया था जिसपर आस-पास के लोग अवैध तरीके से स्थायी और अस्थायी रूप से कब्जा किये हुए है लेकिन सम्बंधित अधिकारियों ने भगवान शिव के नाम का ही नोटिस जारी किया गया है जबकि और लोगों के खिलाफ प्रसाशन कोई सख्ती नहीं दिखा रहा है।