हिंदू धर्म ग्रहण कर वसीम रिजवी बनें हरबीर नारायण सिंह त्यागी कहा, सिर्फ हिंदुत्व के लिए काम करूँगा

शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने धर्म परिवर्तन करते हुए हिंदू धर्म अपना लिया। वसीम रिजवी ने आज सुबह 10 बजे हिंदू धर्म ग्रहण किया। वह वसीम रिजवी से हरबीर नारायण सिंह त्यागी हो गए है। गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर में यति नरसिंहानंद गिरि महाराज ने वसीम रिजवी को पूरे रीति रिवाज से सनातन धर्म ग्रहण करवाया।

शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी  ने धर्म परिवर्तन करते हुए हिंदू धर्म अपना लिया। वसीम रिजवी ने आज सुबह 10 बजे हिंदू धर्म ग्रहण किया।  वह वसीम रिजवी से हरबीर नारायण सिंह त्यागी हो गए है। गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर में यति नरसिंहानंद गिरि महाराज ने वसीम रिजवी को पूरे रीति रिवाज से सनातन धर्म ग्रहण करवाया ।

हिंदू धर्म ग्रहण करने के बाद वसीम रिजवी ने कहा, आज से वह सिर्फ हिंदुत्व के लिए काम करेंगे। आपको बता दे कि वसीम रिजवी ने अभी हाल ही में अपनी वसीयत जारी करते हुए कहा था कि, वह चाहते हैं कि उनके शरीर का हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाए न कि दफनाया जाए। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, रिजवी ने कहा कि उनका शव उनके हिंदू ‘मित्र’ डासना मंदिर के महंत नरसिम्हनंद सरस्वती को सौंप दिया जाना चाहिए, जो उनकी चिता को अग्नि दें।

रिज़वी ने हाल ही में क़ुरान की 26 आयतों को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट द्वारा खारिज कर दिया गया था। जिसके बाद वसीम रिजवी ने कहा था कि मुसलमान मुझे मार देना चाहते है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, देश और देश के बाहर मेरी हत्या करने और गर्दन काटने की साजिश रची जा रही है. मुझ पर इनाम रखे जा रहे हैं. मेरा गुनाह इतना है कि मैंने 26 आयतों को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया था।

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