
रविवार को दुबई में हुए T-20 वर्ल्ड कप मुकाबले में न्यूजीलैंड के हाथों करारी शिकस्त के बाद भारतीय टीम से करोड़ो हिन्दुस्तानियों की अपेक्षाओं को गहरा झटका लगा है। भारत ने न्यूजीलैंड के सामने 111 रनों का मामूली लक्ष्य रखा था जिसके जवाब में न्यूजीलैंड ने 14.3 ओवर में 111 रन के मामूली लक्ष्य को हासिल कर टीम इंडिया के सेमी-फाइनल में पहुंचने के सपने पर पानी फेर दिया। T-20 वर्ल्ड कप मुकाबले की रैंकिंग में अब भारत का नेट रन रेट -1.609 पर आ गया है। इसका मतलब है कि भारत अब ग्रुप 2 के प्रदर्शन टेबल में नीचे से दूसरे नंबर पर है अर्थात पांचवें स्थान पर है, टीम इंडिया से स्कॉटलैंड से एक पायदान ऊपर है।
अब भारतीय टीम इस उम्मीद पर कायम है कि अगर अफगानिस्तान न्यूजीलैंड को हरा दे और वो अपने बाकी के तीन मैचों को बड़े अंतर से जीत ले तब वह सेमीफाइनल्स में अपनी जगह पक्की कर पाएंगे। यह कहना सही है कि भारत की सेमीफाइनल में जाने की उम्मीदें वर्तमान में एक धागे से लटकी हुई हैं, लेकिन यह बहुत हैरानी की बात है कि प्रदर्शन टेबल में अपनी टीम के अंतिम चार में जगह बनाने की संभावना के बाद भी भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली अति-उत्साहित हैं।
कोहली ने रविवार को मैच के बाद मीडिया से बातचीत में कहा, “जब आप भारत के लिए खेलते हैं, तो आपसे बहुत सारी उम्मीदें होती हैं। हम देखते हैं की बड़ी संख्या में लोग स्टेडियम आते हैं। भारतीय टीम को इस बात को समझना पड़ेगा और अभी इस स्थिति से निपटने की जरूरत है। हम इन दो मैचों में समझने में विफल रहे हैं और यही कारण है कि हम नहीं जीत सके।’
मैच के बाद अपने मीडिया वार्ता में कोहली ने कहा कि टीम को आशावादी और सकारात्मक रहने के साथ-साथ जोखिम उठाने की जरुरत है। हमें खुद को दबाव से अलग होना होगा और अपनी खेलने और अभ्यास की प्रक्रिया को जारी रखना होगा। टूर्नामेंट में खेलने के लिए बहुत सारा क्रिकेट बाकी है और हमें एक सकारात्मक गुणवत्ता के मैच का प्रदर्शन करना होगा।