koo App पर रूस के बाद इजरायल और ताइवान दूतावास ने भी बनाये अकाउंट

बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप पर रूसी दूतावास के बाद अब इसराइली और ताइवन दूतवास ने भी अपने अकाउंट बना लिए है। इजराइल दूतावास ने कू ऐप पर अपने आधिकारिक हैंडल से हिंदी में पोस्ट करते हुए लिखा, “शालोम-नमस्ते कू! भारत में इजराइल का दूतावास अब कू पर है। #इजरायल और #भारत के बीच बढ़ती साझेदारी और दोस्ती के बारे में अधिक जानने के लिए हमें फॉलो करें।“

बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप पर रूसी दूतावास के बाद अब इसराइली और ताइवन दूतवास ने भी अपने अकाउंट बना लिए है। इजराइल दूतावास ने कू ऐप पर अपने आधिकारिक हैंडल से हिंदी में पोस्ट करते हुए लिखा, “शालोम-नमस्ते कू! भारत में इजराइल का दूतावास अब कू पर है। #इजरायल और #भारत के बीच बढ़ती साझेदारी और दोस्ती के बारे में अधिक जानने के लिए हमें फॉलो करें।“

जबकि ताइवन दूतावास ने कू ऐप पर अपने आधिकारिक हैंडल से पोस्ट करते हुए लिखा, नमस्ते कू ताइवान और ताइवान-भारत संबंधों के बारे में अधिक जानने के लिए हमें KOO ऐप पर फॉलो करें।

वहीं रूसी दूतावास ने भी आज कू ऐप पर अपने आधिकारिक हैंडल से एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, यह फ़ुटेज २०१६ का है। यह डोनबास के लोगों के ख़िलाफ़ कीव शासन के दंडात्मक अभियान का दूसरा वर्ष था। डोनबास के बच्चे मशीनगनों की फ़ायर और गोलाबारी से आदी हैं। कीव या ल्वीव में अपने साथियों की तरह खिलौनों के साथ खेलने के बजाय वे प्रांगण से गोलियां इकट्ठा करते हैं और मार्टर के गोले से खेलते हैं। उनमें से कुछ तोपखाने की गोलाबारी से ज्यादा गड़गड़ाहट से डरते हैं। इन बच्चों ने कभी शांति का अनुभव नहीं किया है।

Koo App
यह फ़ुटेज २०१६ का है। यह डोनबास के लोगों के ख़िलाफ़ कीव शासन के दंडात्मक अभियान का दूसरा वर्ष था। डोनबास के बच्चे मशीनगनों की फ़ायर और गोलाबारी से आदी हैं। कीव या ल्वीव में अपने साथियों की तरह खिलौनों के साथ खेलने के बजाय वे प्रांगण से गोलियां इकट्ठा करते हैं और मार्टर के गोले से खेलते हैं। उनमें से कुछ तोपखाने की गोलाबारी से ज्यादा गड़गड़ाहट से डरते हैं। इन बच्चों ने कभी शांति का अनुभव नहीं किया है। Russian Embassy in India | भारत में रूसी दूतावास (@rusembindia) 9 June 2022

Related Articles

Back to top button