आश्वासन के बाद टिकैत ने धरने को समाप्त करने का किया ऐलान, बोले- मांग न पूरी हुई तो…

यूपी के सभी जनपदों की जिला कलेक्ट्रेट पर संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर अनिश्चितकालीन धरना 75 घंटे बाद समाप्त हो गया है। किसानों का गढ़ कहे जाने वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद की जिला कलेक्ट्रेट में भी 18 तारीख़ से 20 तारीख़ तक सैकड़ों किसानों ने अपना कब्जा करते हुए धरना चला रखा था। जहां ज्ञापन सौंपने के बाद धरना समाप्त कर दिया गया।

दरअसल संयुक्त किसान मोर्चा ने कुछ दिन पहले ही यह घोषणा की हुई थी, की 18, 19 और 20 अगस्त को लखीमपुर खीरी में मंत्री अजय टोनी की बर्खास्तगी को लेकर किसान 75 घंटे धरने पर बैठेंगे। लेकिन लखीमपुर खीरी के प्रशासन की बेरुखी के चलते धरना स्थल पर कोई व्यवस्था ना होने से नाराज संयुक्त किसान मोर्चा ने उत्तर प्रदेश के तमाम जनपदों की जिला कलेक्ट्रेट पर 75 घंटे धरना देने की घोषणा कर दी थी। जिसके चलते मुजफ्फरनगर जनपद में भी सैकड़ों किसानों ने जिला कलेक्ट्रेट पर ट्रैक्टर से पहुंचकर 75 घंटे तक अपना धरना दिया ओर आज 75 घंटे पूरे होने पर धरना समाप्त कर दिया।

भाकियु अध्यक्ष नरेश टिकैत ने बताया की यह धरना तो पहले ही रखा गया था। लखीमपुर खीरी के लिए। यह 75 घंटे का धरना रखा गया था लखीमपुर खीरी जनपद के लिए। लखीमपुर खीरी के जिला प्रशासन ने ऐसी नौबत लादी कि जो धरना 1 जिले में 1 होना था वह 75 जिलों में करना पड़ा। उत्तर प्रदेश सरकार की जो हठधर्मी है उसने किसानों को परेशान कर रखा है। सब जिलों में धरना था शामली मेरठ बागपत सहारनपुर बिजनौर समेत उत्तर प्रदेश में 75 घंटों का धरना चला। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर जो धरना चल रहा था वह ज्ञापन देकर उठा लिया गया है।

यूपी के सभी जनपदों की जिला कलेक्ट्रेट पर संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर अनिश्चितकालीन धरना 75 घंटे बाद समाप्त हो गया है। किसानों का गढ़ कहे जाने वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद की जिला कलेक्ट्रेट में भी 18 तारीख़ से 20 तारीख़ तक सैकड़ों किसानों ने अपना कब्जा करते हुए धरना चला रखा था। जहां ज्ञापन सौंपने के बाद धरना समाप्त कर दिया गया

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