हाथरस में भगदड़ के बाद भोले बाबा के कई रहस्य खुले…पर सवाल यहीं कि आखिर बाबा कहां छिपे हैं?

हादसे के बाद अभी भी सवाल यहीं उठ रहा है कि आखिर इतनी मौतों का जिम्मेदार कौन है. ?? हादसे के बाद से ही भोले बाबा अंडरग्राउंड हो गया है.

हाथरस- हाथरस सत्संग हादसे में 123 लोगों की मौत हुई. यूपी सरकार ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिये थे.अब हाथरस में भगदड़ के बाद भोले बाबा के रहस्य खुल रहे हैं. जैसे-जैसे जांच की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है,वैसे- वैसे बाबा की पोलपट्टी लोगों के सामने खुलकर आ रही है.

हादसे के बाद अभी भी सवाल यहीं उठ रहा है कि आखिर इतनी मौतों का जिम्मेदार कौन है. ?? हादसे के बाद से ही भोले बाबा अंडरग्राउंड हो गया है. मंगलवार देर रात को भी पुलिस भोले बाबा के मैनपुरी स्थिति आश्रम पहुंची थी और बुधवार को भी पुलिस की टीम जांच के लिए आश्रम पहुंची है लेकिन, बाबा नहीं मिले. इस बीच बाबा के आश्रम की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है.

जानकारी के अनुसार बाबा के आश्रम में अमूमन 50 से 60 लोगों का आना रहता है.रातोरात जब पुलिस बाबा के आश्रम में पहुंची तो यहीं कहा जा रहा था कि क्या उन्हें कुछ विशेष इनपुट मिले थे. पर बाबा अभी भी छुपे हुए है. और अभी तक पता नहीं चल पा रहा है कि आखिर कौन है जो भोले बाबा को बचाने की कोशिश कर रहा है.

भोले बाबा कई अपराधिक गतिविधियों में भी सक्रिए रहे थे.सफेद पोशाक वाले भोले बाबा के काले करतूतों की लिस्ट काफी ज्यादा लंबी है. प्रदेश के कई इलाकों में बाबा के आश्रम है. और कुछ आश्रमों में तो बाबा कई सालों से गए भी नहीं है.

बता दें कि सूरज पाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा को आगरा में साल 2000 में गिरफ्तार किया गया था. दिसंबर 2000 में मामले में एफआर लग चुकी थी. सूरज पाल सहित 7 लोगों को पुलिस ने अरेस्ट किया था. साक्ष्य के अभाव में कोर्ट से सबको बरी कर दिया था. साकार हरि उर्फ सूरज पाल भोले बाबा की कोई संतान नहीं थी.ऐसे कहा जाता है कि एक बच्ची को बाबा ने गोद लिया था.लेकिन उस बच्ची की कैंसर के बाद मौत हो गई थी.

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