
आगरा : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के सफल आयोजन के बाद अब ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए निवेशकों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। ताजनगरी आगरा में इन्वेस्टर्स समिट के लिए किये गए एमओयू पर निवेशकों ने प्रोजेक्ट कार्य शुरू करने के लिए ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की तैयारियों तेज कर दी हैं। आगरा में 146 प्रोजेक्ट रेडी टू जीसीबी है।
ताजनगरी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में हुए अनुबंधों की संख्या में विस्तार हो रहा है। पहले 280 अनुबंध हुए थे, जिनकी संख्या 344 तक पहुंच गई है। अब इन अनुबंधों को धरातल पर उतारने की तैयारी है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट पर निवेशकों के हस्ताक्षर के पश्चात आगरा जनपद में 146 प्रोजेक्ट कार्य शुरू होने की दहलीज पर पहुंच गए हैं।संयुक्त आयुक्त उद्योग अनुज कुमार ने बताया कि जनपद में 146 प्रोजेक्ट रेडी टू जीबीसी ( ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी) हैं। जिले में 2.19 लाख करोड़ रुपये के अनुबंध हुए थे, जिससे एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है। इनमें एमएसएमई के 54 और 90 अन्य अनुबंध धरातल पर साकार होने को तैयारी में है। एमएसएमई एंड एक्सपोर्ट प्रमोशन 85 अनुबंध हुए उसमें से 54 इकाइयों सेरेमनी के लिए तैयार है। आवास विभाग 23, डेयरी डिपार्टमेंट 05, उद्यान विभाग 26, पर्यटन विभाग 09, पशुपालन 10, वोकेशनल एजुकेशन एंड स्किल डवलपमेंट 08, यूपीसीडा 04, मेडिकल हेल्थ विभाग एक, कोऑपरेटिव 04, मत्स्य पालन विभाग 02 इकाइयां सेरेमनी के लिए तैयार है।
उन्होंने बताया कि अन्य अनुबंधों के लिए भूमि के प्रबंधन पर काम हो रहा है। निजी और दूसरे औद्योगिक पार्क की स्थापना के लिए प्रयास हो रहे है। तहसील स्तर से भी डाटा मांगा गया है। बता दें कि 10 से 12 फरवरी तक लखनऊ में हुई यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में बड़ी संख्या में प्रदेश स्तर पर उद्यमियों ने निवेश करते हुए एमओयू साइन किए थे। सरकार ने जनपद स्तर पर निवेशकों के उद्योग को धरातल पर उतारने के लिए जिला स्तर पर इन्वेस्टर्स समिट करने के निर्देश दिए थे। इसके माध्यम से उद्यमियों को इकाई स्थापना के लिए आवश्यक जानकारी और सुविधाएं प्राथमिकता में उपलब्ध कराई जा रही हैं। जिससे निवेशक अपने लक्ष्य के अनुरूप उद्योग स्थापित कर रहे हैं। जनपद आगरा में कुल ₹226809 करोड़ के निवेश पर 344 इकाइयों में निवेश के लिए हस्ताक्षर हुए थे। जिसके पश्चात निवेशकों के प्रस्तावों को धरातल में उतारने के काम ने गति पकड़ी है।









