देवभूमि के इन दो शहरों में चरम पर पहुंचा वायु प्रदुषण, डीजल-पेट्रोल से चलने वाले वाहनों पर लगेगी रोक…

वायु प्रदुषण पर प्रभावी नियंत्रण लगाने के लिए देवभूमि के इन दोनों शहर में डीजल-पेट्रोल ऑटो पर रोक लगाई जा सकती है. जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार ने देहरादून और ऋषिकेश को राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत चयनित किया है. जिसके तहत मार्च 2023 तक देवभूमि के इन दोनों शहरों को प्रदूषण मुक्त बनाना है.

उत्तराखंड में बढ़ रहा वायु प्रदुषण चिंता का सबब बना हुआ है. देवभूमि के देहरादून और ऋषिकेश शहर सर्वाधिक प्रदूषित शहर बन चुके हैं. राज्य के इन दोनों शहरों में वायु प्रदुषण को नियंत्रित करने को लेकर साल 2019 में ही राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) ने सरकार को निर्देश दिए थे. इसके ठीक तीन साल बाद अब NGT के इस निर्देश का अनुपालन होना है.

वायु प्रदुषण पर प्रभावी नियंत्रण लगाने के लिए देवभूमि के इन दोनों शहर में डीजल-पेट्रोल ऑटो पर रोक लगाई जा सकती है. जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार ने देहरादून और ऋषिकेश को राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत चयनित किया है. जिसके तहत मार्च 2023 तक देवभूमि के इन दोनों शहरों को प्रदूषण मुक्त बनाना है.

इस लिहाज से आगामी एक नंवबर को गढ़वाल आयुक्त कैंप कार्यालय में आयोजित होने वाली संभागीय परिवहन प्राधिकरण (RTA) की बैठक में प्रस्ताव आएगा जिसके पारित होने के उपरांत दून और ऋषिकेश में डीजल-पेट्रोल ऑटो पर रोक लगा दी जाएगी. बता दें कि देहरादून और ऋषिकेश में प्रदूषण को बढ़ाने में डीजल और पेट्रोल से चलने वाले वाहनों को भी जिम्मेदार माना जा रहा है.

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