
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को मानसून सत्र के दौरान सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, कानून व्यवस्था के मुद्दे को लेकर प्रदेश सरकार को जमकर घेरा. उन्होंने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि राज्य में अस्पतालों की हालत बेहद खराब है. अस्पतालों में ना दवा है ना मशीने हैं.
उन्होंने कहा कि कन्नौज के एक जिला अस्पताल में कुत्ते ही कुत्ते देखें. उन्होंने विधानसभा में सवाल पूछते हुए कहा कि सरकार बताए कि राज्य के अस्पतालों की कितनी मशीनें खरीद कर दीं. अखिलेश ने आगे कहा कि अस्पतालों में लापरवाही के चलते लोगों की जान जा रहीं है. राज्य में इलाज महंगा हो गया है. 1 रुपए की पर्ची 100 रुपये की हो गई.
उन्होंने विधानसभा में बोलते हुए कहा कि अस्पतालों के पास एम्बुलेंस तक नहीं है और इसकी झलक कोरोना के समय में देखने को भी मिली. उन्होंने इसे लेकर प्रदेश से जुड़ी कई घटनाओं का भी जिक्र किया जिसमें एम्बुलेंस की अनुपलब्धता के वजह से लोगों को जान गंवानी पड़ी. अखिलेश ने कहा कि कोरोना के समय की दुर्दशा नहीं भूल सकते.
अपने बयान में अखिलेश ने आगे कहा कि अगर अस्पतालों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने में बजट की कमी आ रही है तो नेता सदन इस बात को स्वीकार करें. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने आगे फिर कहा कि कहां लोगों को इलाज मिल रहा है? आपके पास स्टाफ की कमी है. जनता को जो सुविधा मिलनी चाहिए वो मिल नहीं रही. झोलाछाप डॉक्टरों पर कोई कार्रवाई नहीं होती. यूपी में स्वास्थ्य व्यवस्था बेहद खराब है.