
जहां 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने प्रचार-प्रसार शुरु कर दिया है वहीं सपा अभी भी कई सीटों पर प्रत्याशी निश्चित करने के चक्रव्यूह में फंसती नजर आ रही है। बात करे पश्चिमी यूपी की तो वहां पर लगातार प्रत्याशी बदलने का सिलसिला जारी है। ऐसे में समाजवादी पार्टी के सामने कई मुश्किलें खड़ी होती दिखाई दे रहीं हैं। दरअसल इस टिकट कटने-मिलने के खेल में सपा के जिन नेताओं का टिकट कट रहा है। उनके समर्थकों में नाराजगी दिखाई दे रही है। अब ऐसे में नाराज नेताओं और सपा के नाराज समर्थकों को चुनाव प्रचार के लिए तैयार करना अखिलेश के लिए चुनौतीपूर्ण काम है
लोकसभा चुनाव का पहला चरण 19 अप्रैल से शुरु हो रहा है। ऐसे में सपा को अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को मनाना सबसे जरुरी काम है। अखिलेश का कहना है कि टिकटों को लेकर इसलिए आसमंजस की स्थिति बनी हुई ताकि सही और मजबूती प्रत्याशी को टिकट मिल सके।
बात करें मेरठ लोकसभा की तो वहां तो हालत ये है कि वहां पिछले एक महीने में तीन बार प्रत्याशी बदला जा चुका है। यहां सपा ने सबसे पहले भानु प्रताप सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया था। लेकिन इसके बाद भानु प्रताप सिंह का टिकट काट दिया गया और उनके जगह सपा विधायक अतुल प्रधान को सपा ने टिकट दे दिया। और अतुल प्रधान ने कलेक्ट्रेट में जाकर नामांकन भी कर दिया। लेकिन इसके अगले दिन ही सपा ने अतुल प्रधान का भी टिकट काट दिया और अब सुनीत वर्मा को मेरठ से प्रत्याशी बनाया है। वहीं मायूस हुए अतुल प्रधान ने बयान दिया है कि वो पूरी तरह से चुनाव के प्रचार-प्रसार में साथ देंगे।
वहीं बात करें मुरादाबाद की तो वहां एस टी हसन को टिकट मिलना लगभग तय ही माना जा रहा था। ऐसा लग रहा था कि मुरादाबाद से तो एसटी हसन को टिकट मिलने का निर्णय हो चुका है। लेकिन हुआ इसके उलट, मुरादाबाद से सपा ने रुचिवीरा को अपना प्रत्याशी बनाया।
रामपुर में तो ऐसा माना जा रहा था कि आजम खान जिसे चाहेंगे टिकट उसे ही मिलेगा और वही सपा का अधिकृत प्रत्याशी होगा। इतना ही नहीं आजम खान के खास माने जाने वाले आसिम रजा ने नामांकन भी कर दिया था। लेकिन अखिलेश ने अलग ही निर्णय लिया और आसिम रजा सपा के अधिकृत प्रत्याशी नहीं बन पाए
सपा ने नौं सीटों पर बदले हैं प्रत्याशी
टिकट मिलने और कटने के इस खेल में समाजवादी पार्टी अब तक नौं लोकसभा क्षेत्रों में अपने प्रत्याशी बदल चुकी है। बागपत, रामपुर, संभल, मिश्रिख, मुरादाबाद, मेरठ, बिजनौर, बदांयू और गौतमबुध्द नगर से प्रत्याशी बदले जा चुके हैं









