
राजधानी लखनऊ स्थित डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो. पीके मिश्रा पर गंभीर आरोप लगे हैं. एकेटीयू वीसी प्रो.पीके मिश्र पर अधिकारों के दुरुपयोग और अनियमितताओं के आरोप लगे हैं. इस संबंध में कुलपति पीके मिश्रा से राजभवन से जवाब तलब किया गया है. दरअसल, पूरा मामला तब शुरू हुआ जब मई 2022 में परीक्षा नियंत्रक अनुराग त्रिपाठी ने अपना त्यागपत्र दे दिया.
तब उन्होंने कहा था कि विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा से संबंधित डिजिटल मूल्यांकन और रिजल्ट प्रोसेसिंग जिस एजेन्सी से गत एक वर्ष से कराया जा रहा था, उसका भुगतान विश्वविद्यालय द्वारा नहीं किया गया. जिस वजह से कुछ समय बाद फर्म ने काम करना बंद कर दिया और छात्रों को रिजल्ट अपडेशन, मार्कशीट प्रिटिंग और परीक्षा फार्म को भरे जाने में असुविधा का सामना करना पड़ा.

इसके अलावा उन्होंने तब विश्वविद्यालय में चल रही कई तरह की अनियमितताओं को लेकर अपना इस्तीफा दे दिया था. इसी मामले को लेकर बुधवार को राजभवन की तरफ से एकेटीयू के कुलपति से जवाब तलब किया गया है. पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर अनुराग त्रिपाठी द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध से कुलपति पीके मिश्रा से कारण स्पष्ट करने को कहा गया है.

विश्वविद्यालय की परीक्षाएं 4 जनवरी से शुरू होने वाली हैं और अब तक डिजिटल मूल्यांकन करने वाली किसी अन्य एजेंसी को टेंडर ही नहीं दिया जा सका है. ऐसे में छात्रों की परीक्षाएं भी प्रभावित हो सकती हैं. बहरहाल, इस बात को लेकर भी कुलपति प्रदीप कुमार मिश्रा से जवाब मांगा गया है.