
अलीगढ़ के थाना दादों इलाके के गांव नगला लाले में चकरोड की जमीन को लेकर करीब दो दशक से चले आ रहे विवाद ने उस वक्त तूल पकड़ लिया जब हंगामे के दौरान एक पक्ष के बुजुर्ग की धक्का मुक्की के दौरान मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि मौके पर मौजूद नायब तहसीदार ने किसान को धक्का मारा जिससे 60 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई।
किसान की मौत के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और वहां मौजूद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ जमकर धक्का-मुक्की हुई। बताया गया है कि तहसीदार की गाड़ी पर पथराव कर शीशे तोड़ दिए गए। अधिकारियों के गांव में घिरने की सूचना पर कई थानों का पुलिस फोर्स व आलाधिकारी पहुंच गए। जहां देर रात तक हंगामा चलता रहा। हालांकि बमुश्किल पुलिस व प्रशासन की टीम ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
दादा थाना क्षेत्र के गांव नगला लाले में दो पक्षों के बरसो से चकरोड संबंधित विवाद चल रहा था। दोनों पक्ष अपने-अपने मुकदमा भी लड़ रहे थे। शनिवार को अतरौली एसडीएम द्वारा नायब तहसीलदार की अध्यक्षता में टीम गठित कर चकरोड की पैमाइश कर चकराेड डलवाने के लिए भेजा था। जिससे एक पक्ष के व्यक्ति को संतुष्ट ना करने पर उसने ऑब्जेक्शन किया।
मौके पर नायब तहसीलदार सुरेंद्र गौतम ने 60 साल के बुजुर्ग किसान दलवीर सिंह के धक्का मारा। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। किसान की मौत से पैमाइश के दौरान गांव में अफरा-तफरी मच गई। कार्रवाई के लिए आई पुलिस व प्रशासन की टीम मौके से जाने लगी तो आक्रोशित ग्रामीणों ने फरार हो रहे पुलिस व प्रशासन के लोगों को जबरन रोकना शुरू कर दिया।
इस दौरान उनसे धक्का मुक्की भी हुई। पुलिस प्रशासन को गाँव में घेरने की सूचना पर कई थानों के पुलिस फोर्स के साथ दो क्षेत्राधिकारी मौके पर पहुंच गए। देर रात परिजन व किसान हंगामा करते रहे। पुलिस प्रशासन ने बमुश्किल मृतक किसान की डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए जाने दिया। एक पक्ष से तहरीर प्राप्त हुई है। आगे की कार्रवाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर की जायेगी।









