
अलीगढ़. प्रदेश में इन दिनों एमएलसी चुनावों को लेकर माहौल गर्म बना हुआ है। वहीं, आज हर जिले की कलेक्ट्रेट में प्रत्याशियों के पर्चों की स्कूटनी होनी थी। इसी दौरान कई जिलों में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों के पर्चों को प्रशासन द्वारा खारिज कर दिया गया। जिसके बाद भाजपा के प्रत्याशी निर्विरोध विजयी घोषित हो चुके हैं। इसी कड़ी में अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी जसवंत सिंह के पर्चा खारिज होने की अफवाह पर भारी तादाद में सपाई कलेक्ट्रेट पर एकत्रित हो गए और हंगामा काटने लगे। जहां प्रशासन द्वारा उन्हें बताया गया कि भाजपा द्वारा आरोप लगाया गया है कि सपा प्रत्याशी के तीन प्रस्तावकों के सिग्नेचर फर्जी हैं। जिसके चलते प्रस्तावकों को तत्काल कलेक्ट्रेट में बुलाया जाए। आनन-फानन में सपा जिला अध्यक्ष गिरीश यादव ने दो प्रस्तावों को गुड्डी देवी और सरस्वती देवी को पेश कर दिया। जबकि तीसरे के समय से ना पहुंचने पर पर्चा खारिज की स्थिति बनती नजर आई। हालांकि समाजवादी पार्टी के नेताओं द्वारा हंगामा खड़ा किया जाने पर प्रशासन ने अगले दिन बुधवार की सुबह 10:00 बजे तक प्रस्तावक को पेश होने के आश्वासन पर सपाई शांत होकर वापस लौटे। सपाइयों ने आरोप लगाया है कि जिला प्रशासन सत्ता के दबाव में सपा प्रत्याशी के पर्चे को खारिज करने की साजिश रच रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के एमएलसी चुनावों के मद्देनजर अलीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने ऋषि पाल सिंह को प्रत्याशी बनाया है तो वही समाजवादी पार्टी की ओर से जसवंत सिंह एमएलसी प्रत्याशी बनाए गए हैं मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट में प्रत्याशियों के पर्चे की स्कूटनी प्रक्रिया होना प्रस्तावित थी। इसी दौरान भाजपा के प्रत्याशी ऋषि पाल सिंह द्वारा समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के 3 प्रस्तावक ओके सिग्नेचर फर्जी होने का आरोप लगाया गया जिसके बाद जिला प्रशासन ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को दोपहर 3:00 बजे तक का शो कॉज नोटिस दे दिया। जैसा की रूल्स के अनुसार बताया गया है कि एमएलसी चुनाव में किसी भी प्रत्याशी को 10 प्रस्तावकों की जरूरत पड़ती है। लेकिन, सपा के तीन प्रस्तावकों के सिग्नेचर फर्जी होली की स्थिति में पर्चा खारिज होने जैसी संभावनाएं बनती नजर आईं।
सपा जिला अध्यक्ष गिरीश यादव ने बताया है कि स्कूटनी प्रक्रिया के दौरान आरो द्वारा दोपहर में सूचित किया गया कि तीन प्रस्तावों को के सिग्नेचर फर्जी हैं जिसके बाद दो प्रस्तावों को गुड्डी देवी और सरस्वती देवी को कलेक्ट्रेट में प्रशासन के समक्ष पेश कर दिया गया है वही बताया गया है कि 1 दिन पहले जो फोटो और वीडियोग्राफी हुई थी उसमें भी सभी प्रस्तावक मौजूद है लेकिन तीसरे प्रस्तावक प्रमोद के ना पहुंचने पर मामला बिगड़ता नजर आया प्रशासन ने सख्ती दिखाई तो सपाइयों ने हंगामा खड़ा कर दिया और प्रशासन पर भाजपा के इशारों और दबाव में चुनाव प्रक्रिया कराने का आरोप लगाते हुए सपा प्रत्याशी के पर्चे को खारिज किए जाने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। आगे बताया कि हालांकि प्रशासन द्वारा अगले दिन बुधवार की सुबह 10:00 बजे तक का समय दिया है।
वहीं इस मामले पर प्रेक्षक राजेन्द्र सिंह ने बताया है कि भाजपा द्वारा समाजवादी पार्टी के 3 प्रस्तावकों के सिग्नेचर पर आपत्ती जताई गई थी। उसका समाधान किया गया है। समाजवादी पार्टी द्वारा दो प्रस्तावक सामने लाये गए, वहीं बताया गया है कि उनके तीसरे प्रस्तावक केंद्र से करीब 70 किलोमीटर दूर रहते हैं। जिसके चलते वह समय से पहुंच नहीं सके। अब उन्हें अगले दिन सुबह 10:00 बजे तक का समय दिया है।