महाकुंभ के महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर में टूट जाएंगे सभी रिकॉर्ड, 32 घंटे लगातार होगा दर्शन

मेडिकल कैंप्स पर ओआरएस एवं अन्य जरूरी दवाओं के साथ चिकित्सक मौजूद हैं और जरूरत अनुसार श्रद्धालुओं को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं।

वाराणसी- आगामी 26 फरवरी को होने वाले महाकुंभ के महाशिवरात्रि पर धर्म की नगरी काशी में बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सभी रिकॉर्ड टूट जाएंगे। बाबा श्री काशी विश्वनाथ श्रद्धालुओं को लगातार 32 घंटों तक दर्शन देने वाले है, तो वही महाशिवरात्रि पर भारी भीड़ की वजह से कई आरती और प्रोटोकॉल सहित वीआईपी दर्शन को पूर्ण रूप से स्थगित कर दिया गया है। मंदिर प्रशासन महाशिवरात्रि को लेकर तैयारी में जुट गई है, तो वही श्रद्धालुओं के सुरक्षा और सुगमता को लेकर पुलिस अधिकारी भी लगातार बैठक कर तैयारी की समीक्षा कर रहे है।

12 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान, मंदिर प्रशासन के कई अहम फैसले

महाकुंभ के बाद से लगातार धर्म की नगरी काशी में भी प्रतिदिन 10 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंच रहे है, तो वही 5 से 6 लाख श्रद्धालु बाबा श्री काशी विश्वनाथन मंदिर पहुंच रहे है। ऐसे में महाशिवरात्रि पर बाबा श्री काशी विश्वनाथ विवाह उत्सव के मौके पर श्रद्धालुओं की संख्या में बड़ा इज़ाफ़ा होने का अनुमान है। मन्दिर प्रशासन के अनुसार इस बार 10 लाख से अधिक करीब 12 लाख श्रद्धाओं के आगमन का अनुमान है। ऐसे में मंदिर लगातार 32 घंटे तक श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र के अनुसार महाशिवरात्रि पर किसी भी प्रकार का वीआईपी दर्शन और प्रोटोकॉल दर्शन को स्थगित किया गया है। श्रद्धालुओं की सुविधा, सुगमता और सुरक्षा को लेकर सभी तैयारियों का खाका तैयार कर लिया गया है।

महाशिवरात्रि पर नहीं होगी बाबा श्री काशी विश्वनाथ की कई आरती, महाआरती के बाद संपन्न होगा महाशिवरात्रि

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्यकार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ की परंपरा है,कि महाशिवरात्रि के मध्यरात्रि मंगला आरती के बाद शिवरात्रि का अनवरत दर्शन पूजन प्रारंभ हो जाता है। ऐसे में इस बार 25 – 26 फरवरी की मध्यरात्रि से दर्शन पूजन शुरू किया जाएगा। मंगला आरती के बाद बाबा श्री काशी विश्वनाथन की भोग आरती 11:30 बजे दिन में होगी। जबकि सायंकाल की आरती महाशिवरात्रि के दिन नहीं होगी और अगले दिन की मंगला आरती भी नहीं होगी। बाब श्री काशी विश्वनाथ की सभी चार पहर की आरती महाशिवरात्रि की महाकाल रात्रि की महाआरती में किया जाएगा। वही अगले दिन की भोग आरती के साथ यह आयोजन समाप्त हो जाता है।

महाशिवरात्रि पर मंदिर में आएंगे कई पूज्य साधु- संत, मंदिर प्रशासन ने किया श्रद्धालुओं से धैर्य की अपील

महाकुंभ के महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की अब तक की सबसे ज्यादा भीड़ होने की संभावना को देखते हुए मंदिर के मुख्यकार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने आम श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि महाशिवरात्रि पर विभिन्न अखाड़ों के पूज्य साधु- संतों का श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में आगमन होगा। ऐसे में आम श्रद्धालुओं के लिए कुछ देर मंदिर में दर्शन रोका जा सकता है।

श्रद्धालुओं एवं काशीवासियों से अपील है कि पूज्य साधु- संतों के आगमन के दौरान धैर्य बनाए रखें। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने श्रद्धालुओं से यह भी अपील करते हुए कहा कि श्रद्धालु अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। खाली पेट कतार में न लगे और अपने साथ पानी, ओआरएस, ग्लूकोज साथ रखें जिससे की चक्कर एवं कमजोरी से बचा जा सकें। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई स्थानों पर मेडिकल टीम को तैनात किया गया है। मेडिकल कैंप्स पर ओआरएस एवं अन्य जरूरी दवाओं के साथ चिकित्सक मौजूद हैं और जरूरत अनुसार श्रद्धालुओं को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं।

रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल

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