
अंबुजा सीमेंट्स, अडानी ग्रुप की प्रमुख सीमेंट कंपनी, नेट ज़ीरो लक्ष्य की ओर एक और बड़ा कदम बढ़ा रही है। कंपनी ने फिनलैंड की इंजीनियरिंग कंपनी कोलब्रुक के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत, अंबुजा सीमेंट्स अपने सीमेंट उत्पादन में कूलब्रुक की नवीनतम रोटोडायनामिक हीटर™ (RDH™) तकनीक का उपयोग करेगी।
यह तकनीक क्या है?
यह तकनीक यांत्रिक ऊर्जा का उपयोग करके उच्च तापमान पैदा करती है, जिससे पारंपरिक जीवाश्म ईंधन (फॉसिल फ्यूल) की जरूरत कम हो जाती है। सीमेंट उत्पादन में यह तकनीक खासतौर पर उपयोगी है क्योंकि इसे सीमेंट किल्न प्री-कैल्सीनर में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह पूरी प्रक्रिया कार्बन मुक्त है, जिससे सीमेंट उत्पादन में होने वाले उत्सर्जन को बड़े पैमाने पर घटाया जा सकता है।
अंबुजा सीमेंट्स के सीईओ अजय कपूर ने कहा:
“कोलब्रुक के साथ यह साझेदारी हमारी नेट ज़ीरो प्रतिबद्धताओं को मजबूत करती है। हम ऐसे नवाचारों को हमेशा प्रोत्साहित करते हैं, जो न केवल दक्षता बढ़ाएं बल्कि हमारे उत्पादन प्रक्रियाओं को टिकाऊ बनाएं। अडानी ग्रुप की हरित ऊर्जा क्षमताओं का उपयोग करके, हम ईंधन लागत, उत्सर्जन और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम कर पाएंगे।”
कोलब्रुक के सीईओ जूनेस राउरामो ने कहा:
“अंबुजा सीमेंट्स के साथ यह साझेदारी हमारे लिए बड़ा कदम है। उनकी टिकाऊ ऊर्जा और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता उन्हें हमारा आदर्श साझेदार बनाती है।”
अंबुजा सीमेंट्स का योगदान:
- भारत की अग्रणी सीमेंट कंपनियों में से एक, अंबुजा सीमेंट्स, अडानी ग्रुप का हिस्सा है।
- कंपनी का उत्पादन क्षमता 89 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) है।
- पर्यावरण-अनुकूल उत्पाद और हरित ऊर्जा के उपयोग में यह कंपनी अग्रणी है।
- अंबुजा सीमेंट्स को TRA रिसर्च और इकोनॉमिक टाइम्स द्वारा ‘भारत के प्रतिष्ठित ब्रांड’ के रूप में मान्यता मिली है।
निष्कर्ष:
यह साझेदारी भारत में सीमेंट उद्योग को और पर्यावरण-अनुकूल बनाएगी। साथ ही, यह वैश्विक औद्योगिक क्षेत्रों में कार्बन उत्सर्जन को कम करने में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।









