America Air Strikes In Iran :  कैसे काम करता है अमेरिका का ‘बंकर बस्टर’ बम?

यह बम अमेरिका के B-2 स्टील्थ फाइटर जेट से करीब 12 किलोमीटर ऊंचाई से गिराया जाता है। इस बम में कोई इंजन नहीं होता

वॉशिंगटन- आधुनिक युद्ध की तकनीक में अमेरिका का ‘बंकर बस्टर’ बम एक बेहद घातक और सटीक हथियार माना जाता है। यह बम खासतौर पर जमीन के भीतर बने दुश्मन के सुरक्षित ठिकानों, परमाणु ठिकानों या कमांड बंकरों को तबाह करने के लिए डिजाइन किया गया है।

कैसे छोड़ा जाता है बंकर बस्टर?

यह बम अमेरिका के B-2 स्टील्थ फाइटर जेट से करीब 12 किलोमीटर ऊंचाई से गिराया जाता है। इस बम में कोई इंजन नहीं होता, बल्कि गुरुत्वाकर्षण बल और ऊंचाई के कारण यह जमीन की ओर तेज रफ्तार से गिरता है।

सैटेलाइट गाइडेंस और हवा में मूवमेंट

बंकर बस्टर में सैटेलाइट गाइडेंस सिस्टम और खास फिन्स (पंख) लगे होते हैं, जो उसे हवा में अपने लक्ष्य की ओर दिशा बदलने में मदद करते हैं। इसका भारी वजन और तेज गति मिलकर इसे ज़बरदस्त काइनेटिक एनर्जी देते हैं।

गहराई में घुसकर होता है धमाका

गति और वजन के चलते यह बम जमीन में घुसते हुए लगभग 61 मीटर (200 फीट) नीचे चला जाता है। वहां पहुंचकर इसके भीतर लगा फ्यूज डेटोनेट होता है और करीब 2400 किलोग्राम विस्फोटक ज़मीन के भीतर फटता है। इस विस्फोट से किसी भी सुरक्षित भूमिगत बंकर या ठिकाने को पूरी तरह नष्ट किया जा सकता है।

क्यों है यह बम खास?

  • बिना इंजन के भी बेहद प्रभावी
  • गहराई तक घुसकर धमाका करता है
  • दुश्मन के छिपे हुए ठिकानों को भी निशाना बनाता है
  • अत्याधुनिक सैटेलाइट नेविगेशन से लैस

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